मुंबई। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) व्यापारी मनसुख हिरेन की मौत के मामले की जांच के सिलसिले में निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) ले गई और क्राइम सीन रिक्रिएट किया। हिरेन की जिस दिन मौत हुई थी, वाजे ने उसी दिन यहीं से निकटवर्ती ठाणे के लिए ट्रेन पकड़ी थी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि चार मार्च की सीसीटीवी फुटेज में वाजे सीएसएमसीट से ठाणे के लिए ट्रेन पकड़ते दिख थे। इसलिए चीजों को समझने के लिए एनआईए मंगलवार रात वाजे का स्टेशन ले गई। इसके बाद एनआईए वाजे को ठाणे जिले के मुंब्रा क्रीक ले गई, जहां से पांच मार्च को हिरेन का शव बरामद हुआ था।
जांच एजेंसी 25 फरवरी को दक्षिण मुम्बई में मुकेश अंबानी के घर के पास एक एसयूवी से जिलेटिन की छड़ें बरामद होने और फिर हिरेन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद वाजे एनआईए की जांच के घेरे में आए थे। वाजे को 13 मार्च को गिरफ्तार किया गया था।
अधिकारी ने बताया कि सोमवार को सीएसएमटी पर जांच के दौरान एनआईए के अधिकारियों ने वाजे का ‘प्लेटफॉर्म नंबर’-चार पर चलने को कहा, ताकि सीसीटीवी फुटेज में दिखे व्यक्ति और उनकी चाल की तुलना की जा सके। इसके बाद वाजे को मुंब्रा क्रीक ले जाया गया, जहां पिछले महीने हिरेन का शव बरामद हुआ था।
उन्होंने बताया कि एनआईए टीम सीएसएमटी और मुंब्रा क्रीक पर एक-एक घंटे से ज्यादा रुकी। उनके साथ कुछ चश्मदीद, फोरेंसिक विशेषज्ञ और रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी भी मौजूद थे। एनआई ने जांच के दौरान वाजे द्वारा इस्तेमाल किए गए जाने वाले कई महंगे वाहन भी जब्त किए हैं।
इससे पहले, एनआईए वाजे को एक पांच सितारा होटल, जहां वह नकली पहचान पत्र दिखाकर रुके थे, उपनगरीय अंधेरी स्थित एक कार्यालय, जहां कथित तौर पर पूरी साजिश रचने के लिए बैठक की गई थी और मुंब्रा क्रीक सहित कई स्थानों पर ले जा चुकी है।