औरंगाबाद हवाई अड्डे का नाम बदले जाने पर कोई आपत्ति नहीं : AIMIM


सांसद जलील ने कहा, ‘‘हमें औरंगाबाद हवाईअड्डे का नाम छत्रपति सम्भाजी के नाम पर रखे जाने से कोई ऐतराज नहीं है। लेकिन हमें शहर का नाम बदलने पर परेशानी होगी।’’


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महाराष्ट्र Updated On :

औरंगाबाद। औरंगाबाद से एआईएमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर महाराष्ट्र में किसी हवाई अड्डे का नाम छत्रपति सम्भाजी महाराज के नाम पर रखा जाता है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन शहर का नाम नहीं बदला जाना चाहिए।

गौरतलब है कि जलील की इस टिप्पणी से पहले एक दिन पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केन्द्र से अनुरोध किया था कि वह औरंगाबाद हवाईअड्डे का नाम छत्रपति सम्भाजी महाराज के नाम पर रखने की अधिसूचना जारी करे।

महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने मार्च, 2020 में तय किया कि चिखलथाना स्थित औरंगाबाद हवाईअड्डे का नाम बदलकर सम्भाजी महाराज के नाम पर रखा जाए।

राज्य में राकांपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन की सरकार में शामिल शिवसेना पिछले कुछ दशक से औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर सम्भाजीनगर करने की मांग कर रही है। हालांकि, कांग्रेस का कहना है कि वह ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ है।

इस संबंध में एआईएमआईएम का रुख पूछने पर जलील ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमें औरंगाबाद हवाईअड्डे का नाम छत्रपति सम्भाजी के नाम पर रखे जाने से कोई ऐतराज नहीं है। लेकिन हमें शहर का नाम बदलने पर परेशानी होगी।’’

लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘‘छत्रपति सम्भाजी के कार्यो को देखते हुए हम अपने नए औद्योगिक शहर का नाम उसके नाम पर क्यों नहीं रखते हैं। हमारे यहां विश्व स्तर का समृद्धि एक्सप्रेस-वे (मुंबई से नागपुर) है, इसे उनका नाम दिया जा सकता है।’’

इससे पहले मंगलवार को राज्यसभा में भाजपा के सदस्य डॉक्टर भागवत कराद ने नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी से अनुरोध किया था कि वह हवाईअड्डे का नाम छत्रपति सम्भाजी महाराज के नाम पर रखें क्योंकि वह महाराष्ट्र के आत्मसम्मान के प्रतीक हैं।



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