मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय ने 4,300 करोड़ रुपये के पीएमसी बैंक धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को फिर से पूछताछ के लिए 11 जनवरी को तलब किया है। पहली बार 4 जनवरी को केन्द्रीय एजेंसी ने धन शोधन निषेध कानून (पीएमएलए) के तहत वर्षा से पूछताछ की थी और उनका बयान दर्ज किया था।
एजेंसी उनसे और पूछताछ करना चाहती है, इसलिए उन्हें फिर से 11 जनवरी को तलब किया गया है। एजेंसी बैंक ऋण घोटाला मामले के एक आरोपी प्रवीण राउत की पत्नी द्वारा 55 लाख रुपये अंतरित करने के मामले में उनकी भूमिका की जांच कर रही है।
प्रवीण राउत गुरुआशीष कंस्ट्रक्शंस कंपनी के निदेशक हैं और बताया जा रहा है कि यह कंपनी बैंक घोटाला मामले में आरोपी एचडीआईएल की सहायक कंपनी है। पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा प्रवीण राउत को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। ईडी ने हाल ही में प्रवीण राउत की 72 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है और उनसे तथा उनकी पत्नी माधुरी राउत से पूछताछ की है।
एजेंसी का आरोप है कि ऋण के नाम पर प्रवीण राउत ने बैंक के 95 करोड़ रुपये का गबन किया है और उस राशि में से 1.6 करोड़ रुपये उसने अपनी पत्नी माधुरी को दिए। माधुरी ने उसमें से दो बार में 55 लाख रुपये संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को ब्याज रहित ऋण के रूप में दिये।
ईडी ने कहा था, इस धन का उपयोग मुंबई के दादर ईस्ट में फ्लैट खरीदने के लिए किया गया। जांच में पता चला कि वर्षा राउत और प्रवीण राउत अवनी कंस्ट्रक्शंस में साझेदार हैं और वर्षा को महज 5,625 रुपये का निवेश करके कंपनी से 12 लाख रुपये प्राप्त हुए।’’ उसने कहा, ‘‘12 लाख रुपये का ऋण अब भी बकाया है।