
महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में एक बार फिर चर्चा का विषय बने शरद पवार (Sharad Pawar) और अजित पवार (Ajit Pawar), जब दोनों नेता शनिवार (12 अप्रैल) को सातारा में एक ही मंच पर नजर आए। यह इस हफ्ते में दूसरी बार था जब चाचा-भतीजे एक दूसरे से मिले।
इससे पहले गुरुवार (10 अप्रैल) को शरद पवार ने अजित पवार के छोटे बेटे जय पवार की सगाई समारोह में हिस्सा लिया था, जय पवार और ऋतुजा पाटील की सगाई पुणे में अजित पवार के फार्महाउस में हुई थी।
गौरतलब है कि साल 2023 में अजित पवार अपने चाचा शरद पवार से अलग होकर बीजेपी-शिवसेना सरकार में शामिल हो गए थए। तब उन्होंने सियासी हलचल मचा दी थी। इसके बाद से दोनों नेताओं के बीच राजनीतिक दूरी बनी रही।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, शनिवार को सातारा के छत्रपति शिवाजी कॉलेज में रयत शिक्षण संस्था की प्रबंध समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। शरद पवार ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में जानकारी दी कि संस्था अब एक मासिक पत्रिका ‘रयत’ शुरू करेगी, जिसमें शिक्षा, विज्ञान, तकनीक, स्वास्थ्य, साहित्य, खेल, सामाजिक मुद्दे, कला-संस्कृति और वैश्विक मामलों पर लेख प्रकाशित किए जाएंगे।
इसके अलावा, बैठक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), रोबोटिक्स और 3डी प्रिंटिंग जैसे उन्नत कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया गया। साथ ही सातारा में ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ स्थापित करने की योजना भी बनी है। शरद पवार ने कहा, “मैं, संस्था के अध्यक्ष के रूप में, प्रबंध समिति के सभी सदस्यों का सहयोग के लिए आभार व्यक्त करता हूं। हम आगे भी कई दूरदर्शी पहल करेंगे।”
राजनीतिक मतभेदों के बावजूद पवार परिवार के भीतर यह मेल-जोल आने वाले चुनावों से पहले सियासी संकेत भी दे सकता है।