मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राउत ने बुधवार को कहा कि वीर सावरकर ने कभी भी अंग्रेजों से माफी नहीं मांगी। इससे एक दिन पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दावा किया था कि स्वतंत्रता सेनानी सावरकर ने महात्मा गांधी के अनुरोध पर अंग्रेजों को दया याचिका लिखी थी।
पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने कहा कि दस साल से अधिक समय तक जेल में रहने वाले स्वतंत्रता सेनानी यह सोचकर अपनी रणनीति बनाते थे कि जेल में रहने के बजाय वे बाहर निकलकर कुछ कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जेल में सजा काटने के दौरान एक अलग रणनीति अपनाई जाती है।
राउत ने कहा, ‘यदि सावरकर ने ऐसी रणनीति अपनाई थी, तो इसे माफी मांगना नहीं कह सकते। हो सकता है कि सावरकर ने ऐसी रणनीति अपनाई हो। सावरकर ने अंग्रेजों से कभी माफी नहीं मांगी।’
राउत कई मौकों पर वी डी सावरकर को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व के सिरमौर सावरकर हमेशा से उनकी पार्टी के लिये आदर्श रहे हैं। सावरकर को लेकर राजनाथ सिंह के बयान के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
राजनाथ सिंह ने मंगलवार को वीर सावरकर को एक कट्टर राष्ट्रवादी और 20वीं सदी में भारत का पहला सैन्य रणनीतिकार बताते हुए कहा था उन्होंने महात्मा गांधी के अनुरोध पर अंग्रेजों को दया याचिकाएं लिखीं और मार्क्सवादी और लेनिनवादी विचारधारा के लोगों ने उन पर फासीवादी होने का गलत आरोप लगाया।