
चंडीगढ़। कांग्रेस की पंजाब इकाई में गुटबाजी बढ़ने की अटकलों के बीच राज्य के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर फिर से निशाना साधते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि पार्टी में उनके साथियों को सच बोलने के लिए धमकाया जा रहा है।
सिद्धू का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के राजनीति सलाहकार संदीप संधू पर धमकाने का सोमवार को आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी की घटना पर राज्य सरकार से सवाल करने के बाद उन्हें धमकी दी गई।
अमरिंदर और सिद्धू ने धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी की जांच को लेकर सार्वजनिक रूप से एक दूसरे पर निशाना साधा है। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने गत माह पंजाब पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा कोटकपूरा गोलीकांड को लेकर पेश की गई जांच रिपोर्ट को रद्द कर दिया था।
पुलिस ने धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी का कोटकपूरा में विरोध कर रहे लोगों पर 2015 में कथित रूप से गोलीबारी की थी। सिद्धू ने इस मामले में अमरिंदर सिंह पर जिम्मेदारी से बचने का आरोप लगाया है।
सिद्धू ने ट्वीट किया, लोगों के मुद्दे उठा रहे मंत्री, विधायक और सांसद पार्टी को मजबूत कर रहे हैं, अपने लोकतांत्रिक कर्तव्यों को पूरा कर रहे हैं और अपने संवैधानिक अधिकारों का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन सच बोलने वाला हर व्यक्ति आपका दुश्मन बन जाता है। अपने पार्टी सहयोगियों को धमकाकर आप अपने डर और असुरक्षा को दर्शाते है।
हालांकि कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि राज्य में पार्टी के बीच कोई गुटबाजी नहीं है, बल्कि नेताओं के अलग-अलग विचार हैं। पंजाब से राज्यसभा सदस्यों प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह दुलो ने भी मुख्यमंत्री की आलोचना की है और उनके कई फैसलों पर सवाल उठाए हैं।