चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की हाल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हुई मुलाकात को लेकर उनकी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि अमरिंदर सिंह किसानों के आंदोलन को राष्ट्रीय सुरक्षा से कथित रूप से जोड़कर “भाजपा की पटकथा को दोहरा” रहे हैं।
बादल ने आरोप लगाया कि अमरिंदर सिंह को दिल्ली तलब किया गया था और उनसे कहा गया था कि वह प्रवर्तन निदेशालय और किसानों के साथ विश्वासघात के बीच एक को चुनें, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने भाजपा के आगे “समर्पण” कर दिया है।
अमरिंदर ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय गृह मंत्री और प्रदर्शन कर रहे किसानों से अपील की थी कि वे नए कृषि कानूनों पर जल्द कोई समाधान तलाशें, क्योंकि इससे पंजाब की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित हो रही है।
बादल ने कहा, “शाह के साथ बैठक के बाद बाहर आते ही यह स्पष्ट हो गया कि अमरिंदर सिंह क्या चुना, क्योंकि उन्होंने पहली जो बात कही, वह यह थी कि किसान अपना आंदोलन खत्म करें। इसके लिए उन्होंने इस शांतिपूर्ण आंदोलन से राष्ट्र की सुरक्षा को खतरे का हवाला दिया।”
उन्होंने आरोप लगाया, “बहादुर कैप्टन भाजपा आला कमान द्वारा दी गई पटकथा को मात्र दोहरा रहे हैं। वह इसे एक तोते की तरह गा रहे हैं।” इस बीच मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने कभी भी किसानों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा नहीं बताया है।
उन्होंने कहा, उनकी टिप्पणी का संदर्भ यह था कि लंबे गतिरोध का फायदा हमारे शत्रु उठा सकते हैं जिनसे इन किसानों के बेटे लड़ रहे हैं। अमरिंदर ने कहा था कि वह प्रवर्तन निदेशालय या किसी अन्य से नहीं डरते हैं।
अमरिंदर ने एक बयान में बादल पर पलटवार करते हुए कहा कि ईडी का कोई भी मामला उन्हें कभी भी लोगों के लिए लड़ने से रोक नहीं पाया है और वह बादलों की तरह नहीं हैं जो “कमजोर” हैं या किसानों से विश्वासघात करते हैं। मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ ईडी के मामलों में नया क्या है, जो मैं अचानक से डरने लग जाऊंगा।