
औरंगाबाद। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में अधिक बारिश की वजह से कई किसानों की फसलों को भले ही नुकसान हुआ है लेकिन इस बीच एक अच्छी खबर यह है कि यहां सूखाग्रस्त इन इलाकों में अब भूजल स्तर बढ़ गया है। मराठवाड़ा के सभी 8 जिलों में अधिक बारिश की वजह से भूजल स्तर अब बेहतर हो गया है।
एक विभागीय अधिकारी ने बताया कि औरंगाबाद जिले में पिछले पांच साल में सबसे अधिक 5.13 मीटर भूजल स्तर बढ़ा है। परभणी स्थित ‘वसंतराव नाईक मराठवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय’ की एक रिपोर्ट के अनुसार क्षेत्र में मानसून में आमतौर पर 722.5 मिलीमीटर बारिश होती है। इस बार यहां 844.7 मिमी बारिश हुई, जो कि औसत से 16.9 प्रतिशत अधिक है।
इस साल इन आठ में से छह जिलों में अधिक बारिश हुई। औरंगाबाद में आमतौर पर 623.5 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस बार 951.3 मिमी बारिश हुई। यह सामान्य से 52 प्रतिशत अधिक है।
औरंगाबाद में सबसे अधिक 5.13 मीटर भूजल स्तर बढ़ा है। इसके अलावा उस्मानाबाद में 2.88 मीटर, बीड में 2.16 मीटर, जालना में 2.06 मीटर, परभणी में 1.89 मीटर, हिंगोली में 1.40 मीटर, नांदेड़ में 1.79 मीटर और लातूर में 0.92 मीटर भूजल स्तर बढ़ा है।