
जयपुर। राजस्थान सरकार ने राज्य में फोन टैपिंग के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बुधवार को कहा कि राज्य में किसी विधायक, सांसद या जनप्रतिनिधि का फोन टैप नहीं हुआ है। वहीं इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष व विपक्ष के सदस्यों के बीच गर्मागर्मी के चलते विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी ने दोपहर में सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले शून्य काल में इस मुद्दे पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए संसदीय मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि राज्य में किसी विधायक, सांसद या किसी भी स्तर के जनप्रतिनिधि का फोन टैप (इंटरसेप्ट) नहीं हुआ है। उन्होंने विपक्ष को अपने आरोपों को साबित करने की चुनौती दी।
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ तथा विधायक सतीश पूनियां ने इसको लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सरकार से उस अधिकारी की जानकारी देने को कहा जिसके कहने पर फोन टैप हुए। राठौड़ ने मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की।
धारीवाल के जवाब के बाद सत्तापक्ष के कुछ सदस्यों ने देश में फोन टैपिंग के मामले संबंधी एक पर्चा सदन में लहराया जिस पर दोनों पक्ष के विधायक बोलने लगे। भाजपा विधायक आसन के सामने आ गए और नारेबाजी करने लगे तो अध्यक्ष जोशी ने कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी।