किसान देश के अन्नदाता हैं, उनके हित में सभी मिलकर काम करें : मिश्र


राज्यपाल ने बढ़ती हुई जनसंख्या के साथ कृषि उत्पादन में त्वरित वृद्धि के वास्ते वर्ष 2022 तक कृषकों की आय दुगुनीं करने के केंद्र सरकार के संकल्प को पूर्ण करने के लिए कृषि वैज्ञानिकों, अध्यापकों, और विधार्थियों को आगे आकर कार्य करने का भी आह्वान किया।


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राजस्थान Updated On :

जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने शनिवार को कृषि विश्वविद्यालयों का आह्वान किया कि वे लाभकारी और उन्नत खेती, फसल भंडारण के लिए विश्व स्तर पर होने वाले नवाचारों, फसल विपणन के अपनाए जा रहे नवीनतम तरीकों आदि से किसानों को अधिकतम लाभान्वित करने के लिए विशेष भूमिका निभाएं।

राज्यपाल ने कहा कि किसान इस देश के अन्नदाता हैं, उनके हित में सभी मिलकर कार्य करें। मिश्र राजभवन से कोटा कृषि विश्वविद्यालय के ऑनलाइन दीक्षांत समारोह और संविधान पार्क के ई-शिलान्यास कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि कृषि शिक्षा, अनुसंधान को मजबूत बनाने के लिए विश्वविद्यालय ऐसे रोजगारोन्मुखी, व्यावसायिक पाठ्यक्रम और कार्यक्रमों को अपने यहां लागू करे, जिनसे कृषि के जरिये देश की अर्थव्यवस्था को दीर्घकालीन लाभ मिल सके।

आधिकारिक बयान के अनुसार, राज्यपाल ने बढ़ती हुई जनसंख्या के साथ कृषि उत्पादन में त्वरित वृद्धि के वास्ते वर्ष 2022 तक कृषकों की आय दुगुनीं करने के केंद्र सरकार के संकल्प को पूर्ण करने के लिए कृषि वैज्ञानिकों, अध्यापकों, और विधार्थियों को आगे आकर कार्य करने का भी आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि कृषि को जीविकोपार्जन से कहीं आगे ले जाकर आकर्षक व्यवसाय में परिवर्तित करने की जिम्मेदारी हम सभी की है। इसके लिए राजस्थान में उत्पादित सरसों, धनिया, बाजरा जैसी फसलों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जिन फसलों की उत्पादकता कम है, उनके लिए नवाचारों को अपनाते हुए कृषि विश्वविद्यालय कार्य करे।

जैविक खेती को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए मिश्र ने कहा कि ऐसी खेती मृदा स्वास्थ्य तथा जलवायु के लिए भी अत्यन्त प्रभावकारी है।

इस अवसर पर कुलाधिपति व राज्यपाल ने 135 छात्रों को शैक्षणिक उपाधियां प्रदान कीं। उन्होंने इस मौके पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले चार विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक भी प्रदान किए। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में संविधान पार्क का ई-शिलान्यास और दो पुस्तिकाओं का भी लोकार्पण किया।