जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि सोमवार से लागू हो रहे प्रदेशव्यापी लॉकडाउन की सख्ती से पालना सुनिश्चित की जाए। प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा के लिए लॉकडाउन का असर पहले दिन से ही गांव-ढाणी तक दिखना चाहिए। इसमें किसी तरह की कोई ढिलाई नहीं हो। जो भी व्यक्ति दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करे, उस पर सख्ती से कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि जांच, उपचार, टीकाकरण एवं संसाधनों के विस्तार के तमाम प्रयासों के साथ-साथ संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए सरकार कड़ाई से लॉकडाउन की पालना कराएगी। इसके बिना इस घातक लहर को रोक पाना संभव नहीं है। गहलोत रविवार को कोविड संक्रमण, लॉकडाउन तथा संसाधनों की उपलब्धता सहित अन्य संबंधित विषयों पर उच्च स्तरीय समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण शहरों के साथ-साथ गांव-ढाणी तक फैल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे हो रही मौतें बेहद चिंताजनक और व्यथित करने वाली है। मुख्यमंत्री ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा है कि शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले रोगियों को निःशुल्क रेफरल ट्रासंपोर्ट सुविधा उपलब्ध कराने के संबंध में परीक्षण किया जाए।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण की कड़ी तोड़ने के लिए राज्य में 10 मई से 24 मई तक सख्त लॉकडाउन लागू करने का निर्णय किया है। इस दौरान कोई विवाह समारोह नहीं होगा और सभी धार्मिक स्थल बंद रहेंगे। ग्रामीण इलाकों में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के कार्य भी इस दौरान स्थगित रहेंगे।