राजस्थान के जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी ने कहा- ‘जल की बचत और संरक्षण सामूहिक जिम्मेदारी’


डॉ. महेश जोशी ने मंगलवार को कहा कि जल की बचत और संरक्षण हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने दैनिक जीवन में पानी बचाने के संकल्प के साथ इसके अधिकतम सदुपयोग को अपनी आदत बनाएं, क्योंकि जल की बचत ही जल का उत्पादन है…


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राजस्थान Updated On :

जयपुर। राजस्थान के जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी ने मंगलवार को कहा कि जल की बचत और संरक्षण हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने दैनिक जीवन में पानी बचाने के संकल्प के साथ इसके अधिकतम सदुपयोग को अपनी आदत बनाएं, क्योंकि जल की बचत ही जल का उत्पादन है।

डॉ. जोशी मंगलवार को जयपुर में ‘विश्व जल दिवस’ के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। जलदाय मंत्री ने कहा कि जीवन के लिए हवा के बाद पानी सर्वाधिक आवश्यकता वाला तत्व है, जो हमें प्रकृति से मिलता है।

उन्होंने कहा कि यह मानवीय स्वभाव हो गया है कि जो चीजें हमें प्राकृतिक रूप से मिलती है, व्यक्ति उनके उपयोग और प्रबंधन के मामले में लापरवाह होता जा रहा है। डॉ. जोशी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा पूरी दुनिया में जल संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए आज के दिन को ‘विश्व जल दिवस‘ के रूप में मनाया जाता है।

सभी को इस जिम्मेदारी के लिए सचेत करने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2018 से 2028 के दशक को जल कार्यवाही दशक घोषित किया है। जलदाय राज्यमंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने कहा कि जल की उपलब्धता की स्थिति सभी को पता है।

लगातार अत्यधिक दोहन के कारण भूजल की स्थिति खराब होती जा रही है। यह समय की मांग है कि हम भूजल के दोहन के साथ-साथ रिचार्ज के प्रति भी सजगता से ठोस प्रयास करें। इसी से आने वाला कल हमारे लिए सुरक्षित हो सकेगा।

इस अवसर पर विश्व जल दिवस पर विशेष पोस्टर ‘जल की हर बूंद है अनमोल, समझो इसका मोल’ का विमोचन किया गया।