सरिस्का बाघ अभ्यारण : वन विभाग की टीम 4 दिनों तक तीन पैंथरों के शव को नहीं ढूंढ़ पाई


अलवर विश्व विख्यात सरिस्का बाघ अभ्यारण से सटे जंगल में एक साथ तीन पैंथर के शव मिलने के बाद इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया है जिनसे पूछ ताछ चल रही है। इस मामले में शिकारियों से मिलीभगत के आरोपों के बीच वन व सरिस्का प्रशासन जांच कर रहा है। आज दोनो पैंथर शावकों का पोस्टमार्टम करा कर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। विसरा के सेंपल लिए गए है।जो जांच के लिए भेजे गए हैं। पैंथरों के शव को तलाशने के लिए डॉग स्क्वायड व ड्रोन का भी सहारा लिया गया लेकिन कोई पता नही चला।

करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी वन विभाग और सरिस्का अधिकारियों को पता नहीं चला एक साथ तीन 3 पैंथर के शिकार हो गए लेकिन ग्रामीणों की सजगता से यह शिकारी पैंथरों के शव को नहीं ले जा सके।

वन विभाग के डीएफओ अपूर्व कृष्ण श्रीवास्तव ने बताया कि सरिस्का बाघ परियोजना क्षेत्र से सटे अलवर वन मंडल के चूहरसिद्ध के पास डेहरा शाहपुर ब्लॉक में शिकारियों ने एक साथ तीन पैंथरों की हत्या कर दी और इनको झाड़ियों में छुपा दिया। ग्रामीणों द्वारा मृतक पैंथरों के फोटो पुलिस को भेजें लेकिन वन विभाग की टीम भी 4 दिन तक इनके शव को नहीं ढूंढ पाई। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर ही इनको तलाश किया और अधिकारियों को सुपुर्द किया।

ग्रामीणों के अनुसार शिकारियों ने गाय पर विषाक्त पदार्थ डालकर पैंथरों का शिकार किया। जैसे ही ग्रामीणों को इसका पता चला तो शिकारी पैंथर के शव को सुरक्षित स्थान पर ले जाने में सफल नहीं हुए और इन को गड्ढे में छुपा दिया। शाहपुर क्षेत्र के अमृत वास एरिया में तीनों पैंथरों शव मिले हैं जो सरिस्का से मात्र 4 किलोमीटर दूर है।

यहां सबसे गंभीर बात यह है कि सरिस्का बफर जोन में मौजूद बाघ एसटी अट्ठारह का मोमेंट इसी एरिया में रहता है। इन पैंथरों की उम्र करीब 2 साल के आसपास है। एक पैंथर का पोस्टमार्टम बुधवार को ही करा दिया गया जिसका विसरा लिया गया है। जबकि दो का विसरा आज लिया जाएगा। उनका पोस्टमार्टम आज किया जाएगा। ग्रामीणों के अनुसार एक पैंथर का शव बुधवार को मिला था जबकि दो पैंथर का शव गुरुवार को मिला था।

माना यह जा रहा है कि यह शिकार 15 से 16 जनवरी के बीच हुए हैं शिकारियों ने एनीकट की मिट्टी में बनाए गड्ढे में दोनों के शवों को छुपा दिया था व पत्ते और लकड़ियों से ढक दिया था जिससे लोगों को पता ना चले। वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों द्वारा पैंथर के शव की सूचना जल्दी तो वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची लेकिन उन्हें नहीं मिले दोनों ने ड्रोन की सहायता ली। पहले पैंथर का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से कराया गया है जिसके विसरा को फॉरेंसिक लैब जयपुर तथा आई बी आर आई बरेली भेजे गए हैं।



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