बसवराज बोम्मई ने संभाली कर्नाटक की कमान, पीएम ने दी शुभकामनाएं


राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने राज भवन में बसवराज बोम्मई को सीएम के पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।



बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने पर महीनों से लगायी जा रही अटकलों को विराम देते हुए येदियुरप्पा ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद बसवराज बोम्मई ने बी एस येदियुरप्पा का स्थान लिया है।

बोम्मई ने बुधवार को कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने यहां राज भवन में उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। जिस खुशी को सांझा करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट के जरिेए कर्नाटक के नए सीएम चुनें जानें पर उन्हेंं शुभकामनाएं दी हैं।

इसी के साथ ही बोम्मई ने भी रिट्वीट कर पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है और कहा है कि ‘वे एक टीम के रूप में, अपने सभी वरिष्ठ नेताओं के दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्य और राष्ट्र के विकास के लिए काम करेंगे।’

बता दें कि कर्नाटक में भाजपा के विधायक दल ने मुख्यमंत्री पद पर असमंजस को खत्म करते हुए मंगलवार शाम को 61 वर्षीय बोम्मई को अपना नया नेता चुनने का निर्णय लिया था। जिसके साथ ही बोम्मई ने कद्दावर नेता बी एस येदियुरप्पा का स्थान लिया है।

उत्तर कर्नाटक से लिंगायत समुदाय के नेता बोम्मई को येदियुरप्पा का करीबी माना जाता है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाने में वरिष्ठ भाजपा नेता की पूरी सहमति है।

 बसवराज बोम्मई कौन हैं ?

बसवराज बोम्मई, दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री एस आर बोम्मई के बेटे हैं और वर्तमान समय में वह सोमवार को भंग हुई येदियुरप्पा की मंत्रिपरिषद में गृह मामलों, कानून, संसदीय मामलों और विधायी मामलों के मंत्री थे। इससे पहले बोम्मई हावेरी जिले में शिगगांव से तीन बार के विधायक रह चुके हैं और दो बार वह पार्षद रहे हैं।

बता दें कि कर्नाटक में एच डी देवगौड़ा और एच डी कुमारस्वामी के बाद यह पिता-पुत्र की दूसरी जोड़ी है जिन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है।

शपथ ग्रहण समारोह 

म्मई के शपथ ग्रहण समारोह में येदियुरप्पा, केंद्रीय मंत्री प्रधान और जी किशन रेड्डी, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एवं कर्नाटक के प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील और राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि मौजूद रहे।

प्रधान और रेड्डी को विधायक दल की बैठक के लिए भाजपा के संसदीय बोर्ड ने केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। शपथ ग्रहण समारोह से पहले बोम्मई ने येदियुरप्पा, प्रधान, रेड्डी और सिंह से मुलाकात की।

येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने पर महीनों से लगायी जा रही अटकलों को विराम देते हुए सोमवार को इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफा ऐसे दिन दिया जब उनकी सरकार को दो साल पूरे हुए।