तिरुवनंतपुरम। केरल में स्थानीय निकाय चुनाव के लिए अनोखे नाम वाले उम्मीदवारों के पोस्टरों और चुनाव प्रचार की घोषणाओं को सुनकर आपको हैरानी हो सकती है। चुनाव प्रचार के दौरान ‘किंग कॉन्ग हैं आपके उम्मीदवार’, ‘रानी झांसी के लिए वोट कीजिए’ या कॉमरेड मोदी का चुनाव चिन्ह है ‘हंसिया, हथौड़ा और तारा’ जैसे नारे या कुछ उम्मीदवारों के विशिष्ट नाम लोगों का ध्यान खींच रहे हैं।
केरल में अगले महीने स्थानीय निकाय का चुनाव होने वाला है। कुछ अनोखे नाम वाले उम्मीदवार अपनी राजनीतिक विचारधारा या चुनावी वादे के लिए नहीं बल्कि अजीबोगरीब या विशिष्ट नाम के कारण ध्यान खींच रहे हैं।
ब्रासीलिया, लुकमान, कोरोना या जेपी 77 जैसे नाम वाले इन उम्मीदवारों का मानना है कि इससे उन्हें अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर बढ़त मिलेगी और मतदाता उन्हें आसानी से याद रखेंगे।
केरल में कांग्रेस के 57 वर्षीय उम्मीदवार के किंग कॉन्ग भी अपने नाम के कारण चर्चा में हैं। हालांकि, किंग कॉन्ग नाम वाले ये उम्मीदवार बेहद मृदुभाषी हैं। वह मारीक्कुलम नार्थ विलेज पंचायत में चौथे वार्ड से उम्मीदवार हैं।
किंग कॉन्ग ने खुद स्वीकार किया कि यह अजीब नाम हैं लेकिन उन्हें खुशी है कि इससे उन्हें चर्चा में बने रहने में मदद मिल रही है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे अभिभावक और बड़े भाई बहन हॉलीवुड फिल्मों के प्रशंसक हैं और उन्होंने ही मुझे यह नाम दिया। कुछ लोगों ने पहले मेरा मजाक उड़ाया लेकिन अब प्रचार के दौरान लोगों की दुआएं मिल रही हैं क्योंकि मुझे लगता है कि नाम के कारण ही वे मुझमें दिलचस्पी ले रहे हैं।’’
उत्तरी कोझिकोड जिले के पयानाक्कल वार्ड से चुनाव लड़ रही ब्रासीलिया ने कहा कि उनके चाचा ब्राजील की फुटबॉल टीम के बड़े प्रशंसक थे। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा परिवार बी से शुरू होने वाला नाम ढूंढ रहा था, तभी चाचा ने यह नाम सुझाया और सबने इसे स्वीकार लिया।’’
कोझिकोड की कयाना ग्राम पंचायत में भाजपा के एक उम्मीदवार जेपी 77 भी अपने नाम के कारण चर्चा में हैं । उम्मीदवार ने कहा कि उनके पिता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता थे और जयप्रकाश नारायण के विचारों को मानते थे।
कोल्लम निगम के मथिली वार्ड में भाजपा उम्मीदवार का नाम कोरोना थॉमस है। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मेरे माता-पिता ने कभी भी नहीं सोचा होगा कि यह नाम वायरस का होगा और एक दिन समूची दुनिया इस नाम से डरेगी। लेकिन मैं खुश हूं कि इस नाम के कारण मतदाताओं को मेरा नाम आसानी से याद रहता है।’’
वहीं, पत्रकार से नेता बने जिजो मोदी पथनमथिट्टा जिले में पथनमथिट्टा जिला पंचायत खंड से माकपा उम्मदवार हैं। वह मतदाताओं से माकपा के चुनाव चिन्ह हंसिया-हथौड़ा और तारा पर वोट देने का आग्रह कर रहे हैं।
रानी झांसी, बिल्कुल पीके, लुकमान, विचित्रन जैसे उम्मीदवार भी अपने नाम के कारण मतदाताओं का ध्यान खींच रहे हैं।
केरल में आगामी स्थानीय निकाय चुनाव में 36,305 महिला और एक ट्रांसजेंडर समेत 74,899 उम्मीदवार मैदान में हैं। राज्य में मलप्पुरम जिले में सबसे ज्यादा 8,387 उम्मीदवार और वायनाड में सबसे कम 1857 उम्मीदवार हैं ।
तीन चरण में आठ दिसंबर से चुनाव शुरू होगा। मतगणना 16 दिसंबर को होगी। इसके तहत 941 ग्राम पंचायतों, 152 ब्लॉक पंचायतों, 14 जिला पंचायतों, 86 नगरपालिकाओं और छह नगर निगम के लिए चुनाव होगा।