बेंगलुरु। कर्नाटक के तटीय, मालनाड़ एवं उत्तरी आंतरिक इलाकों में मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। जिसके चलते यहां का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है।
जिसके चलते मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने शनिवार को जिला प्रभारी मंत्रियों को अपने संबंधित जिलों में रहने और राहत एवं बचाव अभियानों की निगरानी करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री खुद रविवार को उत्तरी कर्नाटक के बाढ़ प्रभावित सीमावर्ती जिले बेलगावी की यात्रा कर हालात का जायजा लेंगे।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया, ‘‘ मुख्यमंत्री ने आज सुबह जिला प्रभारी मंत्रियों और विभिन्न जिलों के उपायुक्तों से बातचीत की और संबंधित क्षेत्रों में बारिश और बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने प्रभारी मंत्रियों को अपने संबंधित जिलों में रहने के निर्देश दिये हैं।’’
इसी के साथ ही सीएम येदियुरप्पा ने भी ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी।
In the wake of heavy rains across the state, I direct all district in-charge ministers and MLAs to be present in their respective districts and constituencies to oversee rescue and relief efforts being carried out by district administrations. (1/2)
— B.S. Yediyurappa (@BSYBJP) July 23, 2021
कार्यालय ने मुख्यमंत्री के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने संबंधी जानकारी भी दी। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार कल शाम तक राज्य के 18 तालुकाओं में 131 गांव और 16,213 लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। तीन लोगों की जान जा चुकी है तथा दो लापता हैं। प्राधिकरण के मुताबिक सैकड़ों घर तबाह हो गए तथा 8,733 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। कल शाम तक 80 राहत शिविरों में 4,964 लोगों ने शरण ली थी।
मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने शुक्रवार को बेलगावी, उत्तर कन्नड़, शिवमोगा, हावेरी, चिकमंगलुरु, धारवाड़ के जिला अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की और नदी तटों के निकट निचले इलाके में रहनेवाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिये।
राज्य में और पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के कई बांध में पानी लबालब भर चुका है और नदियों में पानी छोड़ा जा रहा है जिससे निचले और नदी के तटीय इलाके जलमग्न हो रहे हैं।