चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने मंगलवार को अधिकारियों को मौसम की नियमित निगरानी के लिए अंतर-क्षेत्रीय टीमों का गठन करने और राज्य के कई हिस्सों में हो रही भारी बारिश के मद्देनजर चेन्नई सहित निचले इलाकों से लोगों को निकालने का निर्देश दिया।
उन्होंने मुख्य सचिव, गृह सचिव समेत अन्य आला अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए 21 जिला कलेक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की और उन्हें लगातार घटनाक्रम पर नजर रखने का निर्देश दिया।
उन्होंने जिला कलेक्टरों को बचाव दलों को तैयार रखने और किसी भी घटना की प्रतीक्षा करने का भी निर्देश दिया और साथ ही शैक्षणिक संस्थानों और तेल कंपनियों को भी राज्य भर में भारी बारिश की आईएमडी की चेतावनी के मद्देनजर किसी भी संभावना के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।
राज्य सरकार के एक बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निचले इलाकों से लोगों को निकालने और उन्हें राहत केंद्रों में स्थानांतरित करने और भोजन और अन्य आवश्यक चीजें उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
उन्होंने जिला कलेक्टरों को उपार्जित धान को अपने-अपने जिलों में सीधे खरीद केंद्रों में सुरक्षित रखने के लिए कहा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से किसी भी संचारी रोग के प्रकोप को रोकने के लिए चिकित्सा शिविर आयोजित करने का आह्वान किया।
स्टालिन ने संबंधित जिला प्रशासनों को पुरानी और कमजोर परिसर की दीवारों को हटाने का भी निर्देश दिया। 47 वर्षीय शांति के रूप में पहचानी गई एक महिला की मंगलवार सुबह भारी बारिश के दौरान उसके घर की अहाते की दीवार गिरने से मौत हो गई।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भूस्खलन और रॉक स्लाइड वाले क्षेत्रों में एहतियाती कदम उठाने का भी निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों से प्रकाश और गड़गड़ाहट और उनमें जानमाल के नुकसान के बारे में जागरूकता पैदा करने का आह्वान किया।
स्टालिन ने लोगों से हमेशा उबला हुआ पानी पीने, खुद को संचारी रोगों से बचाने, बिजली के उपकरणों को सावधानी से संभालने और भारी बारिश के दौरान नुकसान को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए उपायों का समर्थन करने का आह्वान किया।
मंत्री एस. दुरईमुरुगन, के.के.एस.एस.आर रामचंद्रन, पी.के. शेखर बाबू, के.एन. नेहरू अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के साथ सचिवालय में मौजूद थे।