बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात मिचौंग के प्रभाव से तीन दिनों तक लगातार बारिश के बाद अब राहत की खबर आई है। मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवात कमजोर हो चला है और इसके प्रभाव से बहुत अधिक जान माल का नुकसान अब नहीं होगा। हालांकि अभी भी इसके असर से भारत के दक्षिणी तटीय राज्यों में बारिश गुरुवार (7 दिसंबर) तक जारी रह सकती है।
मौसम विभाग ने बुधवार (6 दिसंबर) को माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर रात 2:04 बजे इस बारे में अपडेट दिया है। विभाग ने लिखा है ”चक्रवाती तूफान “मिचौंग” कमजोर होकर मध्य तटीय आंध्र प्रदेश पर गहरे दबाव में बदल गया है। बापटला के उत्तर-उत्तरपश्चिम में लगभग 100 किमी और खम्मम से 50 किमी दक्षिणपूर्व में स्थित है। अगले 06 घंटों में यह कमजोर होकर एक डिप्रेशन में बदल जाएगा और उसके बाद 06 घंटों के दौरान बेहद कमजोर होगा।”‘
18 लोगों की मौत, फसलों को भारी नुकसान
इधर चक्रवात के प्रभाव से लगातार हुई भारी बारिश और बारिश और अन्य कारणों से चेन्नई में 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तिरुपति में एक बच्चे की जान गई है। चक्रवाती तूफान मंगलवार को बापटला के करीब आंध्र प्रदेश तट को पार करते हुए अपने पीछे भारी नुकसान के निशान छोड़ गया है। अधिकारियों ने बताया कि तूफान से सड़क 770 किलोमीटर तक क्षतिग्रस्त हो गई. एक अधिकारी ने कहा कि चक्रवाती तूफान के प्रभाव से 194 गांवों और दो कस्बों के लगभग 40 लाख लोग प्रभावित हुए जिसमें 25 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। तूफान से मंगलवार को जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ।
आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निदेशक बी. आर. अंबेडकर ने बताया कि सोमवार को तिरुपति जिले में एक झोपड़ी की दीवार गिरने से चार साल के एक बच्चे की मौत हो गई।
अभी जारी रहेगी बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर पश्चिम भारत में हरियाणा के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ है। इसके अलावा दक्षिणी-पूर्वी राजस्थान के आसपास निम्न क्षोभमंडल बना हुआ है। इसके प्रभाव के कारण आने वाले 24 घंटे में तमिलनाडु और रायलसीमा में भारी बारिश हो सकती है। दक्षिणी छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर भी भारी बारिश हो सकती है।
इसके अलावा, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश, ज्यादातर स्थानों पर हल्के से मध्यम स्तर की बारिश और छिटपुट जगहों पर अत्यंत भारी बारिश हो सकती है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भी 8 दिसंबर तक बारिश के आसार हैं। हालांकि इन राज्यों में जान माल के नुकसान की संभावना नहीं है।