करुणागापल्ली। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सबरीमला मंदिर मुद्दे को लेकर पिनराई विजयन नीत केरल सरकार पर बृहस्पतिवार को निशाना साधा और आरोप लगाया कि एलडीएफ सरकार ने लोगों की आस्था को ‘कुचलने’ का प्रयास किया जबकि विपक्षी यूडीएफ इस पर मूक दर्शक बना रहा।
कोल्लम जिले के करुणागापल्ली में रैली को संबोधित करते हुए नड्डा ने आरोप लगाया कि लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) सरकार ने लोगों की आस्था को कुचलने का प्रयास किया गया और अयप्पा श्रद्धालुओं पर लाठीचार्ज किया गया।
उन्होंने कहा कि सबरीमला मंदिर की परंपरा को बचाने का प्रयास कर रहे लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए। भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि कांगेस नीत विपक्षी यूडीएफ पूरे मामले पर मूक दर्शक बना रहा और इस मुद्दे पर केवल बयानबाजी की। उन्होंने कहा कि केवल भाजपा ही थी जोकि अयप्पा मंदिर की परंपराओं को संरक्षित करने के लिए पूरे जी-जान से लड़ी।
उल्लेखनीय है कि केरल की वाम सरकार ने 28 सितंबर 2018 के उच्चतम न्यायालय के उस फैसले को लागू करने का निर्णय लिया था, जिसमें अदालत ने सबरीमला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश करने की अनुमति प्रदान की थी, जहां 10-50 आयु वर्ग की महिलाओं के मंदिर में पूजा करने पर रोक थी। इस फैसले के खिलाफ केरल में भाजपा की अगुवाई में दक्षिणपंथी पार्टियों के नेतृत्व में श्रद्धालुओं के एक वर्ग ने हिंसक प्रदर्शन किए थे।
नड्डा ने कहा कि एलडीएफ और यूडीएफ गठबंधन वाली सरकारों की ‘ कमजोर नीतियों’ के चलते काजू प्रसंस्करण और नारियल की रस्सी उद्योग के लिए मशहूर कोल्लम जिले में रोजगार के अवसर पैदा नहीं हो सके।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘कांग्रेस का अर्थ है भ्रष्टाचार के मिशन पर, कांग्रेस का अर्थ है सांप्रदायिकता का दृष्टिकोण, कांग्रेस का अर्थ है बर्बादी की कार्रवाई।’ रैली के दौरान भाजपा अध्यक्ष ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की कई योजनाओं का भी जिक्र किया।
इससे पहले, नड्डा ने अत्तिनगल में एक रोड शो किया और इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और सत्तारूढ़ माकपा पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि ये दोनों दल पश्चिम बंगाल में मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि केरल में एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में हैं।