चेन्नई। अभिनेता रजनीकांत ने सोमवार को कहा कि वह अपनी रजनी मक्कल मंदरम (आरएमएम) के पदाधिकारियों से इस बारे में चर्चा करेंगे कि भविष्य में राजनीति में शामिल होना है या नहीं। राजनीति से दूर रहने का विकल्प चुनने के छह महीने बाद उनकी यह टिप्पणी आई है।
वह राजनीति में आएंगे या नहीं इसे चर्चा को एक बार फिर हवा देते हुए अभिनेता ने कहा कि मंच के भविष्य को लेकर मंदरम के पदाधिकारियों के मन में यह ‘सवाल’ घूम रहा है। रजनीकांत के सियासत में आने को लेकर दो दशक से भी ज्यादा समय से चर्चा होती रही है।
आरएमएम को पूर्व में अभिनेता के राजनीति में पदार्पण के लिये एक जरिये के तौर पर देखा जा रहा था। बीते दिसंबर में अभिनेता ने कहा था कि वह राजनीति में नहीं आएंगे और अपनी सेहत तथा 2016 में हुए गुर्दा प्रतिरोपण जैसे कारकों का हवाला दिया था।
हाल ही में स्वास्थ्य जांच कराकर अमेरिका से लौटे अभिनेता ने संवाददाताओं से कहा, “क्या मक्कल मंदरम को बने रहना चाहिए, और अगर हां तो उसका काम क्या होगा और यह सवाल पदाधिकारियों और प्रशंसकों के मन में उठ रहा है।”
उन्होंने कहा, “सवाल यह भी हैं कि भविष्य में मैं राजनीति में आउंगा या नहीं।” उन्होंने कहा कि वह मंदरम पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे और फिर चर्चा के नतीजों के बारे में बताएंगे।