वह 69 वर्ष के थे। पिछले कुछ महीनों से उनकी बीमारी का इलाज चल रहा था।
तीन दशक लंबे अपने करियर में उन्होंने कई लोकप्रिय मलयालम फिल्मों ‘अंकल बुन’, ‘उल्लाडक्कम’, ‘अग्निदेवन’, ‘पवित्रम’ की पटकथा लिखी। उन्होंने रंगमंच कलाकार के रूप में भी प्रशिक्षण हासिल किया था और कई फिल्मों में भी काम किया।
प्रसिद्ध मलयालम कवि पी कुन्हीरामन नायर के जीवन पर उन्होंने पटकथा लिखकर 2012 में ’इवान मेघरूपम’ फिल्म का निर्देशन किया था।
सिनेमा के क्षेत्र में आने से पहले बालचंद्रन ने नाटक के क्षेत्र में भी अपनी प्रतिभा का जादू दिखाया था और उन्हें 1989 में सर्वश्रेष्ठ नाटककार के लिए केरल साहित्य अकादमी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
मुख्यमंत्री पी विजयन ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है
कोट्टायम (केरल)। विख्यात मलयालम पटकथा लेखक, अभिनेता और नाटककार पी बालाचंद्रन का सोमवार को वाइकोम स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। फिल्म जगत से संबंधित सूत्रों ने यह जानकारी दी।