चंडीगढ़। हरियाणा में उभरी नई राजनीतिक पार्टी जननायक जनता पार्टी (जजपा) में फूट के आसार दिखने लगे हैं। एक ओर जहां प्रदेश की डिप्टी सीएम और पार्टी प्रमुख दुष्यंत चौटाला कृषि विधेयक पर सरकार की समर्थन कर रहे हैं वहीं पार्टी के कई विधायक इस विधेयक के खिलाफ हैं।
इसके परिणाय यह है कि पार्टी नेतृत्व की बातों का अवहेलना करते हुए जजपा के दो विधायकों ने रविवार को विधेयक के विरोध में आयोजित किसान रैली में जमकर नारेबाजी की और भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल जजपा के दो विधायक संसद में पारित कृषि विधेयकों के विरोध में राज्य के किसानों द्वारा रविवार को किए गए प्रदर्शनों में शामिल हुए।
हरियाणा में जजपा के बरवाला से विधायक जोगी राम सिहाग और शाहबाद विधायक राम करन काला किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुए।
वहीं, हरियाणा के उपमुख्यमंत्री और जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने कांग्रेस पर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुये कहा कि कृषि क्षेत्र से संबंधी विधेयकों में से किसी में भी फसल खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था खत्म करने का कोई संकेत तक नहीं है।
किसानों के प्रदर्शन में जजपा के दो विधायक शामिल हुए, वहीं दो अन्य राम कुमार गौतम और देवेंद्र बबली ने भी इस मुद्दे पर इससे पहले पार्टी के रुख से अलग राह पर गये हैं। पार्टी के भीतर इस मुद्दे पर मतभेद दिखाई दे रहा है।
पिछले विधानसभा चुनाव में 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में जजपा ने 10 सीटों, जबकि भाजपा ने 40 सीटों पर जीत हासिल की थी। इसके बाद जजपा ने सरकार गठन में भाजपा का समर्थन किया था। भारतीय किसान संघ और अन्य किसान संगठनों ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया है।