पुलिस ने भाजपा प्रमुख को दिया ‘गार्ड ऑफ ऑनर’, DIG बोले- हो गई थी गलतफहमी


देहरादून। भाजपा की उत्तराखंड इकाई के अध्यक्ष मदन कौशिक को को राज्य पुलिस ने बागेश्वर में प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया, जिसके बाद एक वरिष्ठ अधिकारी ने गलती मानते हुए कहा कि ‘‘गलतफहमी’’ की वजह से ऐसा हुआ। डिग्री कालेज के हैलीपैड पर पहुंचे कौशिक को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया जो चर्चा का विषय बन गया। नियमों के मुताबिक, किसी भी पार्टी के अध्यक्ष को गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया जाता है।

बागेश्वर पहुंचने पर राज्य भाजपा प्रमुख को गार्ड ऑफ ऑनर देने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की जा रही हैं। कौशिक पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मंत्रिमंडल में सदस्य थे और उन्हें हाल में राज्य भाजपा अध्यक्ष बनाया गया है। एसपी अमित श्रीवास्त ने कहा कि सुरक्षा कारणों से पुलिस हैलीपैड पर भेजी गई थी।

पुलिस उप महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) नीलेश आनंद भार्ने ने भाजपा के राज्य अध्यक्ष को गार्ड ऑफ ऑनर दिए जाने की गलती को स्वीकार करते हुए कहा कि ‘‘गलतफहमी’’ की वजह से ऐसा हुआ।

उन्होंने कहा कि इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी हाल में ही छुट्टी से लौटे हैं और उन्हें राज्य में सरकार में हालिया बदलावों की जानकारी नहीं थी। इसका वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस लोगों के निशाने पर आ गई और खूब ट्रोल हुई।

उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के अध्यक्ष पीसी तिवारी का कहना है कि भाजपा सत्ता का पूरी तरह से दुरुपयोग कर रही है। राज्यभर के अधिकारी भाजपा के दबाव में हैं जो इस तरह नियम कानूनों को ताक में रख रहे हैं। सभी पार्टियों के अध्यक्षों को भी गार्ड ऑफ ऑनर मिलना चाहिए।



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