तीरथ सिंह रावत के सिर सजा उत्तराखंड के CM का ताज, PM मोदी ने दी बधाई

तीरथ सिंह रावत ने बुधवार को उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। दिग्गज भाजपा नेता भुवन चंद्र खंडूरी के राजनीतिक शिष्य के रूप में प्रसिद्ध तीरथ सिंह रावत अपनी साफ-सुथरी छवि, सहज व्यक्तित्व, विनम्रता के लिए जाने जाते हैं।

देहरादून। तीरथ सिंह रावत ने बुधवार को उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। दिग्गज भाजपा नेता भुवन चंद्र खंडूरी के राजनीतिक शिष्य के रूप में प्रसिद्ध तीरथ सिंह रावत अपनी साफ-सुथरी छवि, सहज व्यक्तित्व, विनम्रता के लिए जाने जाते हैं।

रावत का उत्तराखंड के 10 वें मुख्यमंत्री के रूप में चयन प्रदेश में सियासी जानकारों से लेकर आमजन तक सभी को चौंका गए । यहां राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में प्रदेश की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने रावत को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

हालांकि, रावत ने अकेले शपथ ली और उनके मंत्रिमंडल का विस्तार बाद में होगा।

केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में दिल्ली से आए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने तीरथ सिंह को शुभकामनाएं दीं और कहा कि एक-दो दिन में उनके मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘ आज तीरथजी ने शपथ ले ली है। उनके मंत्रिमंडल का विस्तार भी एक-दो दिन में हो जाएगा।’ सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार के चार साल के कार्यकाल में विकास की मजबूत आधारशिला रखी जा चुकी है और अब इस पर भव्य इमारत बननी है।


उन्होंने कहा कि नए मुख्यमंत्री केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और उत्तराखंड में पूर्ववर्ती त्रिवेंद रावत सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाएंगे और बाकी बचे एक साल में जनता के लिए बेहतर काम करेंगे।

भाजपा विधानमंडल दल की बैठक से निकलकर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा उनके नाम की घोषणा से सब इसलिए भी चौंके क्योंकि पिछले चार दिनों से प्रदेश में चल रही सियासी उठापठक के दौरान उनका नाम इस पद के दावेदारों में कहीं भी सुनाई नहीं दिया ।

तीरथ सिंह को उनके सादगी भरे व्यक्तित्व और भाजपा के जमीन से जुड़े ऐसे नेता के तौर पर जाना जाता है जिनके पास कोई भी अपनी बात लेकर सीधे पहुंच सकता है। फरवरी, 2013 से लेकर दिसंबर 2015 तक उनके प्रदेश अध्यक्ष के कार्यकाल के दौरान उनकी इसी खूबी ने उन्हें कार्यकर्ताओं के बीच काफी लोकप्रिय बनाया ।

पौडी जिले में स्थित उनके चौबटटाखाल क्षेत्र के लोग भी उनकी इसी खूबी के कायल हैं जहां के घर-घर में वह एक जाना—पहचाना नाम हैं ।

उनकी इस खूबी के पीछे उनका संघ से लंबा जुडाव भी माना जाता है । नौ अप्रैल 1964 को पौडी जिले के सीरों गांव में जन्मे तीरथ सिंह 1983 से 1988 तक संघ प्रचारक रहे । उनके राजनीतिक कैरियर की शुरूआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हुई जिसमें उन्होंने उत्तराखंड में संगठन मंत्री और राष्ट्रीय मंत्री का पद भी बखूबी संभाला ।

तीरथ सिंह हेमवती नंदन गढ़वाल विश्वविद्यालय में छात्रसंघ के अध्यक्ष भी रहे । इसके बाद 1997 में वह उत्तर प्रदेश विधान परिषद् के सदस्य भी निर्वाचित हुए।

वर्ष 2000 में उत्तराखंड बनने के बाद बनी राज्य की अंतरिम सरकार में वह प्रदेश के प्रथम शिक्षा मंत्री बनाए गए । वर्ष 2002 और 2007 में वह विधानसभा चुनाव हार गए लेकिन 2012 में वह चौबटटाखाल सीट से विधायक चुने गए । हालांकि, 2017 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस से भाजपा में आए सतपाल महाराज को उनकी जगह चौबटटाखाल से उतारा गया ।

इस बीच, 2019 के लोकसभा चुनावों में उनके राजनीतिक गुरू खंडूरी के चुनावी समर में उतरने की अनिच्छा व्यक्त करने के बाद भाजपा ने उन्हें पौडी गढवाल सीट से टिकट दिया और वह जीतकर संसद पहुंचे । लोकसभा चुनाव में तीरथ सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी और खंडूरी के पुत्र मनीष को 302669 मतों के भारी अंतर से शिकस्त दी ।

डीएवी पीजी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात उनकी पत्नी डा रश्मि रावत ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें विश्वास था कि इस बार उनके पति ही मुख्यमंत्री बनेंगे

इससे पहले तीरथ सिंह ने भाजपा नेताओं के साथ राजभवन जाकर राज्यपाल के सामने अपनी सरकार के गठन का दावा पेश किया।

उत्तराखंड की 70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के फिलहाल 56 विधायक हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता तीरथ सिंह रावत को बधाई दी और विश्वास जताया कि उनके नेतृत्व में राज्य विकास की नयी ऊंचाइयों को छुएगा।

रावत के शपथ लेने के तत्काल बाद मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर तीरथ सिंह रावत को बधाइयां। उनके पास वृहद प्रशासनिक और सांगठनिक अनुभव है। मुझे विश्वास है कि उनके नेतृत्व में राज्य विकास की नयी ऊंचाइयों को छुएगा।’’


पौड़ी गढ़वाल से सांसद तीरथ सिंह रावत ने देहरादून में राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। इससे पहले उन्हें भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की जगह ली।

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी के करीबी माने जाने वाले तीरथ सिंह रावत प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष तथा प्रदेश सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।

First Published on: March 10, 2021 5:50 PM
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