यूपी में हर दिन हो रही दुष्कर्म की 6 वारदातें, विपक्ष ने योगी सरकार को घेरा

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उत्तर प्रदेश Updated On :

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के बीच विपक्षी दलों ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। पिछले वर्ष हाथरस की घटना को लेकर कांग्रेस, सपा और बसपा समेत सभी विपक्षी दलों ने मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर जमकर प्रहार किया था और मुख्यमंत्री से इस्तीफा तक मांगा था।

इस बीच आगरा, मेरठ, हापुड़ समेत कई जिलों में महिलाओं के साथ हुए कथित दुष्कर्म के मामलों ने विपक्ष को फिर मौका दे दिया है। राज्‍य में मुख्‍य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के अध्‍यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मेरठ में कक्षा दस की छात्रा के साथ कथित सामूहिक बलात्‍कार और उसकी मौत के मामले में मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है।

यादव ने शुक्रवार को ट्वीट किया, उप्र के सरधना (मेरठ) में एक छात्रा के अपहरण, गैंगरेप व जहर देकर मारे जाने का समाचार बेहद दुखद और समाज में खौफ पैदा करने वाला है। श्रद्धांजलि। उन्होंने आगे लिखा ‘ स्‍टार प्रचारक जी को प्रचार से फुर्सत मिले तो कृपा कर इस पर भी विचार करें। बहुत हुआ महिलाओं पर अत्याचार, नहीं चाहिए भाजपा सरकार।’

मेरठ के थाना सरधना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में गत बृहस्पतिवार को ट्यूशन से लौट रही कक्षा दस की छात्रा को गांव के ही चार युवकों ने कथित तौर पर अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म किया। आहत छात्रा ने घर पहुंचकर कथित रूप से जहरीला पदार्थ खा लिया जिसकी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई।

इसके अलावा हमीरपुर जिले के सुमेरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में छेड़छाड़ से तंग आकर 13 साल की नाबालिग छात्रा ने आग लगा ली थी जिसकी शनिवार को इलाज के दौरान कानपुर के अस्पताल में मौत हो गयी। हमीरपुर के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सुमेरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली 13 साल की एक छात्रा ने कथित छेड़छाड़ से परेशान होकर 30 मार्च को आग लगा ली थी।

एक आंकड़े के मुताबिक उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन औसतन छह महिलाओं और किशोरियों से दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे हैं। आगरा के एत्मादपुर में सोमवार की शाम पति के सामने एक महिला से कथित सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया।

उत्‍तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्‍लू ने कहा, ‘‘आगरा में महिला के पति के सामने गैंगरेप की यह घटना ‘गुंडाराज’ की भयावहता का प्रमाण है। उत्तर प्रदेश के जंगल राज में बेटियां-महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, सरकार प्रचार मोड में है। ‘मिशन शक्ति’ किसको शक्ति दे रहा है।’’

लल्‍लू ने दो दिन पहले अपने ट्वीट में कहा था, मुख्यमंत्री महोदय, फेल है आपकी व्यवस्था, सड़ चुकी है कानून-व्‍यवस्‍था। उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए सरकार ने 17 अक्टूबर, 2020 से ‘मिशन शक्ति’ अभियान का शुभारंभ किया गया था जो पहले चरण में तीन मार्च 2021 तक चला।

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने पिछले वर्ष 17 अक्टूबर को बलरामपुर जिले से ‘मिशन शक्ति’ का शुभारंभ किया था। राज्य सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक इस अवधि में 3,440 अपराधियों पर कार्रवाई की गई। ‘मिशन शक्ति’ अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आठ मार्च से हुई जो इस समय प्रदेश के सभी जिलों में चल रही है।

सरकार के जारी आंकड़ों के मुताबिक उत्‍तर प्रदेश में बलात्‍कार की घटनाआों में 2016 के सापेक्ष 2020 में 32.23 प्रतिशत की कमी आई है। 2016 में उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी की सरकार थी और तब राज्‍य में बलात्‍कार के 3,419 मामले दर्ज किए गए थे जबकि 2020 में 2,317 मामले दर्ज हुए।

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के नेतृत्व में मार्च 2017 में राज्य में भाजपा की सरकार गठित हुई। सरकार बनते ही योगी ने छेड़खानी और महिलाओं पर होने वाले अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए ‘एंटी रोमियो स्‍क्‍वॉड’ का गठन किया था।

इन सबके बावजूद घटनाएं हो रही हैं। हापुड़ में कोतवाली नगर क्षेत्र के एक गांव में युवक पर अपने दोस्त की मदद से नाबालिग लड़की को घर बुलाकर कथित तौर पर बलात्कार करने और फिर पीड़िता को जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया। इस बारे में पीड़िता के पिता ने दोनों आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।

थाना प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार सक्सेना के मुताबिक घटना 20 फरवरी की बताई जाती है। हालांकि, पीड़िता के पिता ने अब रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने पिछले दिनों ट्वीट के जरिये कहा, ‘उप्र में खासकर महिलाओं की असुरक्षा से संबंधित जघन्य अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, जो अत्यंत दुखद और चिंता की बात है।’

उन्होंने पीलीभीत व गोंडा में महिला असुरक्षा, एटा पुलिस से संबंधित घटना व झांसी में केरल की ननों को ट्रेन से उतार दिए जाने आदि घटनाओं को शर्मनाक बताते हुए सरकार की निंदा की। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक ने कहा, ‘सरकार समाज के सभी वर्गों के उत्थान और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। महिला सुरक्षा को लेकर अलग से महिला बल का गठन किया जा रहा है।

पाठक ने कहा कि इसके अलावा राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर ‘मिशन शक्ति’ अभियान चल रहा है तथा जहां से शिकायत मिल रही है, सरकार तत्परता से कार्रवाई कर रही है। राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के बीच विपक्षी दल महिला सुरक्षा के मुद्दे पर पर जमकर निशाना साध रहे हैं।



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