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उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज महाकुंभ में माघ पूर्णिमा के स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ आ रही है। जिसके चलते जिले की सीमाओं के आस पास जहां जाम लगा है वहीं शहर के भीतर लोगों की जिंदगी अस्त व्यस्त हो गई है।
इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर केंद्र और राज्य की सरकार घेरा है। एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि यह डबल इंजन नहीं, डबल ब्लंडर की सरकार है।
सपा चीफ ने कहा कि सरकार का दावा था कि 100 करोड़ लोगों का इंतजाम किया गया है लेकिन पहले ही स्नान में व्यवस्थाओं की पोल खुल गई। उन्होंने कहा कि भगदड़ में मारे गए लोगों की संख्या तक की जानकारी नहीं दी जा रही है।
महाकुंभ के लिए लगे ट्रैफिक जाम पर अखिलेश ने कहा कि लोग 3-3 दिन तक गाड़ियों में बैठे हुए हैं। न सिर्फ शहर के बाहर बल्कि भीतर भी प्रयागराज के लोग हाउस अरेस्ट हैं। राज्य सरकार ने सिर्फ इमेज चमकाने की कोशिश की जबकि ये धार्मिक काम है और इसमें इमेज चमकाने जैसी कोई चीज नहीं होनी चाहिए।
यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने 10 हजार करोड़ रुपये खर्च करने का दावा किया है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। कन्नौज सांसद ने कहा कि सरकार की नीति केवल प्रचार करने की है। महाकुंभ की जिम्मेदारी केंद्र और राज्य सरकार की थी। डबल इंजन की सरकार को दिल्ली (केंद्र) सरकार से भी बजट लेना चाहिए था।
अखिलेश ने पूछा कि क्या सरकार ड्रोन से मॉनिटरिंग नहीं करा सकती थी? प्रयागराज में स्थानीय लोगों द्वारा श्रद्धालुओं की मदद करने का जिक्र करते हुए सपा चीफ ने कहा कि हिंदू और मुस्लिम दोनों मदद कर रहे हैं। जिम्मेदारी सीएम और केंद्र सरकार की थी।