सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को ट़वीट किया, ‘किसान आंदोलन में गाजीपुर बार्डर पर वयोवृद्ध किसान की आत्महत्या की खबर बेहद दुखद है, श्रद्धांजलि। किसान अपने भविष्य को बचाने के लिए जान दे रहा है लेकिन भाजपा सरकार बेतुके तर्कों व झूठे तथ्यों से काले कृषि कानून थोपना चाहती है। किसान की मृत्यु के लिए भाजपा दोषी है।’
किसान आंदोलन में ग़ाज़ीपुर बार्डर पर वयोवृद्ध किसान की आत्महत्या की ख़बर बेहद दुखद है. श्रद्धांजलि!
किसान अपने भविष्य को बचाने के लिए अपनी जान दे रहा है लेकिन भाजपा सरकार बेतुके तर्कों व झूठे तथ्यों से काले कृषि-क़ानून थोपना चाहती है.
किसानों की मृत्यु के लिए भाजपा दोषी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 3, 2021
यादव ने सिलसिलेवार ट़वीट में कहा, ‘कोरोना का टीकाकरण एक संवेदनशील प्रक्रिया है इसीलिए भाजपा सरकार इसे कोई सजावटी-दिखावटी इवेंट न समझे और पुख्ता इंतज़ामों के बाद ही इसे शुरू करे। ये लोगों के जीवन से जुड़ा विषय है अत: इसमें बाद में सुधार का खतरा नहीं उठाया जा सकता है। गरीबों के टीकाकरण की निश्चित तारीख घोषित हो।’
कोरोना का टीकाकरण एक संवेदनशील प्रक्रिया है इसीलिए भाजपा सरकार इसे कोई सजावटी-दिखावटी इवेंट न समझे और अग्रिम पुख़्ता इंतज़ामों के बाद ही शुरू करे. ये लोगों के जीवन का विषय है अत: इसमें बाद में सुधार का ख़तरा नहीं उठाया जा सकता है.
गरीबों के टीकाकरण की निश्चित तारीख़ घोषित हो.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 3, 2021
इसके पहले अखिलेश यादव ने शनिवार को कोरोना वायरस के टीके को लेकर नई बहस शुरू कर दी जिसके जवाब में भाजपा संगठन और सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अखिलेश के बयान को देश के वैज्ञानिकों और डॉक्टरों का अपमान बताया।
शनिवार को यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था, ‘‘मैं तो नहीं लगवाऊंगा अभी टीका, मैंने अपनी बात कह दी। वह भी भाजपा लगायेगी, उसका भरोसा करूं मैं। अरे जाओ भई, अपनी सरकार आयेगी तो सबको फ्री वैक्सीन लगेगी। हम भाजपा का टीका नहीं लगवा सकते।’’
अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुये प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव को टीके पर भरोसा नहीं है और यह देश के डॉक्टरों और वैज्ञानिकों का अपमान है।
उन्होंने कहा, ‘‘अखिलेश यादव जी को टीके पर भरोसा नहीं है और उत्तर प्रदेश वासियों को उन पर (अखिलेश यादव) पर भरोसा नहीं है। उनका टीके पर सवाल उठाना, हमारे देश के चिकित्सकों एवं वैज्ञानिकों का अपमान है जिसके लिए उन्हें माफ़ी माननी चाहिए।’’
अखिलेश यादव ने इसके बाद शनिवार शाम करीब सात बजे ट़वीट किया, ‘ हमें वैज्ञानिकों की दक्षता पर पूरा भरोसा है पर भाजपा की ताली-थाली वाली अवैज्ञानिक सोच व भाजपा सरकार की वैक्सीन लगवाने की उस चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं है, जो कोरोनाकाल में ठप सी पड़ी रही है। हम भाजपा की राजनीतिक वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। सपा की सरकार वैक्सीन मुफ़्त लगवाएगी।’
हमें वैज्ञानिकों की दक्षता पर पूरा भरोसा है पर भाजपा की ताली-थाली वाली अवैज्ञानिक सोच व भाजपा सरकार की वैक्सीन लगवाने की उस चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं है, जो कोरोनाकाल में ठप्प-सी पड़ी रही है।
हम भाजपा की राजनीतिक वैक्सीन नहीं लगवाएँगे।
सपा की सरकार वैक्सीन मुफ़्त लगवाएगी। pic.twitter.com/yo328VLXZk
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 2, 2021
उधर, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार को अखिलेश यादव को टैग करते हुए ट़वीट किया, ‘ भ्रष्टाचार और गुंडा राज को समाप्त करने के लिए भाजपा की वैक्सीन कारगर साबित हुई है। आप कौन सी वैक्सीन की बात कर रहे हैं अखिलेश यादव जी।’
भ्रष्टाचार और गुण्डाराज को समाप्त करने के लिए “भाजपा की वैक्सीन” कारगर साबित हुई है।
आप कौनसी वैक्सीन की बात कर रहे है @yadavakhilesh जी?
— Swatantra Dev Singh (@swatantrabjp) January 2, 2021
इस बीच शनिवार को ही समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा का भी कोरोना वायरस के टीके को लेकर विवादित बयान और वीडियो वायरल हुआ जिसमें उन्होंने कहा, “वैक्सीन लगवाने से व्यक्ति नपुंसक हो सकता है ।”

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गाजीपुर बार्डर पर किसान की आत्महत्या की घटना के लिए रविवार को भारतीय जनता पार्टी की सरकार को दोषी ठहराया।