अमेठी। अमेठी जिले के सगरा आश्रम बाबूगंज की सहायिका मीरा देवी के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए आश्रम के पीठाधीश्वर मौनी महाराज और अन्य साधु संत मंगलवार दोपहर बाद सहमत हो गए और अनशन भी समाप्त कर दिया।
इससे पहले, मंगलवार को दूसरे दिन भी साधु संत मीरा देवी के हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक अंतिम संस्कार के लिए तैयार नहीं थे और आश्रम के पीठाधीश्वर मौनी महाराज के नेतृत्व में शव को आश्रम में रख साधु संत अनशन पर बैठ गए थे।
मौनी महाराज ने पत्रकारों को बताया कि गौरीगंज के विधायक राकेश प्रताप सिंह के सहयोग से अमेठी के पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने उन्हें भरोसा दिया है कि एक सप्ताह के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने के साथ ही आश्रम और पीड़ित परिवार की सुरक्षा की व्यवस्था की जाएगी।
पीठाधीश्वर ने कहा कि पुलिस अधीक्षक के इस आश्वासन पर मैंने अनशन समाप्त कर दिया है और मीरा के शव का अंतिम संस्कार करने की तैयारी की जा रही है।
इसके पहले सुबह मौनी महाराज ने कहा था कि जब तक नामजद पांच आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तब तक मंदिर के कपाट बंद रहेंगे, पूजा अर्चना भी नहीं होगी और शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जायेगा। उन्होंने दावा किया था कि साधु संतों का अनशन जारी रहेगा और साधु संत अन्न जल भी ग्रहण नहीं करेंगे।
अमेठी के पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने कहा कि विवेचना चल रही है पुलिस के विशेष ऑपरेशन ग्रुप सहित पुलिस की चार टीमें गिरफ्तारी के लिए लगायी गयी हैं और शीघ्र आरोपी पकड़ लिए जायेगे।
गौरतलब है कि अमेठी जिले के गौरीगंज थाना क्षेत्र के सगरा आश्रम (बाबूगंज) के पीठाधीश्वर स्वामी मौनी महाराज के फलाहार आदि की प्रतिदिन व्यवस्था करने वाली उनके बुआ की भतीजी मीरा द्विवेदी (45) की 29 नवंबर को सुबह आश्रम से कुछ ही दूरी पर घर जाते समय धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गयी थी। मीरा गांव पूरे पंडित का पुरवा, बाजगढ़ थाना गौरीगंज की रहने वाली थी।
घटना के बाद मीरा के पति भास्कर द्विवेदी ने हत्या का कारण जमीनी विवाद बताते हुए पांच लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी। उधर तनाव को देखते हुए आश्रम के आस पास प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है और भारी तादाद मे पुलिस ,पीएसी व खुफिया एजेंसियों के लोग तैनात किये गये हैं।