देश सुरक्षित रहेगा तभी सुरक्षित रहेगी राष्ट्र की धार्मिक परंपराएं : शरद शर्मा


कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए रोकथाम के लिए पूरे देश में हुए
लॉकडाउन पर अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा की 84 कोसी परिक्रमा यात्रा रद्द कर दी गई है। विगत
कई वर्षों से विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में हजारों की संख्या में साधु-संत
विहिप कार्यकर्ताओं के साथ परिक्रमा करते हैं।



कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए रोकथाम के लिए पूरे देश में हुए लॉकडाउन पर अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा की 84 कोसी परिक्रमा यात्रा रद्द कर दी गई है। विगत कई वर्षों से विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में हजारों की संख्या में साधु-संत विहिप कार्यकर्ताओं के साथ परिक्रमा करते हैं। 
इस पूरे परिक्रमा यात्रा केे लिए बाकायदा एक रथ तैयार किया गया था जिसे परिक्रमा में सबसे आगे चलाया जाना था। कोरोना लॉकडाउन के चलते शनिवार को 84 कोसी परिक्रमा को स्थगित कर दिया गया। यह परिक्रमा यात्रा रामनवमी के बाद 8 अप्रैल को कारसेवक पुरम से निकल कर मखौड़ा धाम से प्रारंभ होनी थी जो अयोध्या, गोंडा, बस्ती, अंबेडकर नगर, बाराबंकी के जिलों से गुजरते हुए अयोध्या के सरयू तट पर 30 अप्रैल को समाप्त होती। शनिवार को विश्व हिंदू परिषद के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि इस समय. कोरोना जैसी महामारी से देश के लोग परेशान हैं। यदि देश सुरक्षित रहेगा तो राष्ट्र के साथ धार्मिक परंपराएं भी सुरक्षित रहेंगी। इस परिक्रमा यात्रा को कोरोना वायरस की महामारी के चलते निरस्त कर दिया गया है। अयोध्या में कोई भी धार्मिक अनुष्ठान सार्वजनिक तौर पर कहीं भी नहीं हो रहे हैं। चैत्र रामनवमी मेला भी लोग अपने घरों में ही मनाएंगे, साधु-संत प्रतिदिन इसकी अपील भी कर रहे हैं।



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