
बलिया। अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्ख़ियों में रहने वाले बलिया के बैरिया से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को रेवती क्षेत्र के दुर्जनपुर में हुए हत्याकांड की निंदा तो की लेकिन साथ ही आरोपी का बचाव भी किया। अपने बड़बोलेपन के लिए मशहूर विधायक ने वहां मौजूद पुलिस कर्मियों को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। हत्या का आरोप जिस धीरेन्द्र सिंह नाम के व्यक्ति पर लगा है, वह सुरेंद्र सिंह का करीबी बताया जाता है।
एक टीवी चैनल से बात करते हुए बैरिया विधायक ने कहा कि दुर्जनपुर में जो भी घटना हुई वो पुलिस की लापरवाही के चलते हुई। ऐसे में विधायक ने अपनी ही सरकार पर खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि धीरेन्द्र सिंह ने वहां पर आत्मरक्षा में गोली चलाई नहीं तो वहां पर दर्जनों लाशें बिछ जातीं।
वहीं, धीरेन्द्र सिंह से करीबी रिश्ते के सवाल पर विधायक ने कहा कि उनसे मिलने के लिए रोजाना कई लोग आते हैं, मिठाई खिलाते हैं और फोटो खिंचवाते हैं। यहां बता दें कि एक ऐसा ही धीरेन्द्र सिंह का भी फोटो सामने आया है जिसमें विधायक, धीरेन्द्र को मिठाई खिलाते नजर आ रहे हैं। विधायक ने इस मामले में मीडिया पर ही सवाल खड़े करते हुए एकपक्षीय रिपोर्टिंग का आरोप लगा दिया।
वोटिंग की बात से बिगड़े हालात
बलिया के ग्राम सभा दुर्जनपुर और हनुमानगंज की कोटे की दो दुकानों के आवंटन के लिए बरियहसप्तिवर को पंचायत भवन पर बैठक बुलाई गई थी। इसमें एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। दुकानों के लिए चार स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया। इसमें भी वहां दुर्जनपुर की दुकान के लिए आम सहमति नहीं बन सकी। ऐसे में दो समूहों मां सायर जगदंबा स्वयं सहायता समूह और शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया।
वहां मौजूद एसडीएम सुरेश कुमार पाल व सीओ चंद्रद्रकेश सिंह ने कहा कि वोटिंग वही व्यक्ति कर सकता है जिसके पास आधारकार्ड अथवा अन्य पहचान पत्र होगा। वहां मौके पर मौजूद अधिकारियों ने कहा कि जिसके पास आधार कार्ड या अन्य कोई पहचान पत्र होगा वही मतदान करेगा। इसमें एक पक्ष के लोग आधार कार्ड लेकर आए थे लेकिन दूसरे पक्ष के लोग कोई पहचान पत्र लेकर नहीं आए थे। इसी को लेकर हंगामा शुरु हो गया।
विपक्ष हमलावर
हत्याकांड के बाद पूरा विपक्षी दल भाजपा पर हमलावर हो गया है। हालांकि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के बाद एसडीएम सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह सहित कई पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है, वहीं भाजपा ने आरोपी धीरेन्द्र सिंह से किनारा कर लिया है। भाजपा जिलाध्यक्ष जय प्रकाश साहू ने कहा कि भाजपा का धीरेन्द्र से कोई लेना देना नहीं है और वो किसी पद पर नहीं है।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बलिया हत्याकांड पर ट्वीट किया है। उन्होंने कारकार पर तंज कसते हुए लिखा “बलिया में सत्ताधारी भाजपा के एक नेता के, एसडीएम और सीओ के सामने खुलेआम, एक युवक की हत्या कर फ़रार हो जाने से उप्र में क़ानून व्यवस्था का सच सामने आ गया है। अब देखें क्या एनकाउंटरवाली सरकार अपने लोगों की गाड़ी भी पलटाती है या नहीं।
बलिया में सत्ताधारी भाजपा के एक नेता के, एसडीएम और सीओ के सामने खुलेआम, एक युवक की हत्या कर फ़रार हो जाने से उप्र में क़ानून व्यवस्था का सच सामने आ गया है.
अब देखें क्या एनकाउंटरवाली सरकार अपने लोगों की गाड़ी भी पलटाती है या नहीं. #नहीं_चाहिए_भाजपा
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 16, 2020
वहीं बसपा प्रमुख व पूर्व सीएम मायावती ने भी ट्वीट किया कि “यू.पी. में बलिया की हुई घटना अति-चिन्ताजनक तथा अभी भी महिलाओं व बच्चियों पर आयेदिन हो रहे उत्पीड़न आदि से यह स्पष्ट हो जाता है कि यहाँ कानून-व्यवस्था काफी दम तोड़ चुकी है। सरकार इस ओर ध्यान दे तो यह बेेहतर होगा। बी.एस.पी. की यह सलाह।”
यू.पी. में बलिया की हुई घटना अति-चिन्ताजनक तथा अभी भी महिलाओं व बच्चियों पर आयेदिन हो रहे उत्पीड़न आदि से यह स्पष्ट हो जाता है कि यहाँ कानून-व्यवस्था काफी दम तोड़ चुकी है। सरकार इस ओर ध्यान दे तो यह बेेहतर होगा। बी.एस.पी. की यह सलाह।
— Mayawati (@Mayawati) October 16, 2020