लखनऊ। देश के सबसे बड़े राजनीतिक सूबे में चुनाव का समय नजदीक आते ही, बीजेपी के दिग्गज नेता अपनी सियासी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए अपने बेटे-बेटियों को राजनीतिक रण में उतारने की कवायद में हैं। जिस कड़ी में सिर्फ राज्य के मंत्री ही नहीं बल्कि केंद्रीय मंत्री से लेकर राज्यपाल भी शामिल हैं, जो अपने रिश्तेदारों को टिकट दिलाने की मशक्कत में जुटे हुए हैं।
हालांकि बीजेपी की ओर से मिल रहे संकेत ये बता रहे हैं कि इस बार किसी बेटे-बेटी या रिश्तेदार को टिकट देकर ऐसे विधायकों को छूट दी जाएगी जो या चुनाव लड़ चुके हैं।
टिकट की इस कतार में बीजेपी के कई सांसद हैं, जो अपनी सियासी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए बेटे-बेटियों को चुनावी मैदान में उतारना चाहते हैं। प्रयागराज से सांसद रीता बहुगुणा जोशी लखनऊ कैंट सीट से अपने बेटे मयंक जोशी को चुनाव लड़ाना चाहती हैं। वहीं सलेमपुर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद रवींद्र कुशवाहा अपने छोटे भाई जयनाथ कुशवाहा को भाटपाररानी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी में हैं।
कानपुर नगर से बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी अपने बेटे अनूप पचौरी के लिए कानपुर की गोविंदनगर सीट से टिकट की मांग कर रहे हैं। ब्राह्मण बहुल इस सीट पर सत्यदेव पचौरी दो बार विधायक रहे हैं, लेकिन 2019 में उनके सांसद बनने के बाद सुरेंद्र मैथानी बीजेपी के टिकट पर विधायक बने हैं. ऐसे में अब वो अपने बेटे को गोविंदनगर सीट से चुनाव लड़ाकर विधायक बनाना चाहते हैं।
कतार में अपने बेटे के लिए लगे केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से सांसद हैं और उनके बड़े बेटे पंकज सिंह नोएडा से विधायक हैं और दूसरी बार पार्टी ने फिर से उनको टिकट दिया है। इसके अलावा राजनाथ सिंह के छोटे बेटे नीरज सिंह भी लखनऊ कैंट और उत्तरी विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।
इसी कड़ी में सांसद व केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के बेटे विकास किशोर महिलाबाद और दूसरे बेटे प्रभात किशोर सीतापुर की सिधौली सीट से चुनाव लड़ने की दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे ही आगरा से सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल की पत्नी टूंडला से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।
योगी सरकार के कई मंत्री भी अपने बेटों को चुनाव लड़ाना चाहते हैं। जहां यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की पथरदेवा सीट से उनके बेटे सुब्रत शाही चुनाव लड़ने की तैयारी में है, अभी मौजूदा समय में वो ब्लॉक प्रमुख हैं। सूर्य प्रताप शाही के बेटे को पथरदेवा से टिकट मिलता है तो वो देवरिया सदर से चुनाव लड़ने की जुगत में है। ऐसे ही रुद्रपुर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक और मंत्री जयप्रकाश निषाद भी अपने बेटे को चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन निषाद पार्टी भी इस सीट को मांग रही है।
योगी सरकार में सहकारिता मंत्री और ओबीसी चेहरा माने जाने वाले मुकुट बिहारी वर्मा 76 वर्ष की की उम्र में भी चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं और साथ ही वे अपने बेटे गौरव के लिए कैसरगंज सीट से टिकट चाहते हैं। वहीं लखनऊ मध्य सीट से विधायक और योगी सरकार में मंत्री बृजेश पाठक भी अपनी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे हैं।