हिमाचल प्रदेश के मंडी क्षेत्र से भाजपा सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के विरुद्ध किसानों के अपमान और राजद्रोह के मामले में स्पेशल कोर्ट एमपी एमएलए अनुज कुमार सिंह की कोर्ट में बुधवार को सुनवाई हुई। पिछली सुनवाई में कंगना रनौत की ओर से अधिवक्ता कोर्ट में पेश हुए थे और केस संबंधी दस्तावेज के लिए न्यायालय से समय मांगा था, जिस पर कोर्ट द्वारा उनको अपना जबाव प्रस्तुत करने के लिए समय दिया गया था।
वादी अधिवक्ता ने बताया कि बुधवार को हुई सुनवाई में कंगना रनौत के अधिवक्ता पेश नहीं हुए। कंगना रनौत के अधिवक्ता ने अपना जबाव कोर्ट में प्रस्तुत नहीं किया है। अब इस मामले में अगली सुनवाई के लिए 16 अप्रैल की तारीख नियत की गई है। 16 अप्रैल को कोर्ट में बहस होगी। इससे पूर्व वादी वरिष्ठ अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा और गवाह राजेंद्र गुप्ता के अलावा धीरज एडवोकेट और अजय सागर निमेष एडवोकेट के बयान दर्ज किए गए थे।
आगरा के अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने कंगना रनौत के विरुद्ध किसानों के प्रति अमर्यादित टिप्पणी कर उन्हें हत्यारा बलात्कारी और अलगाववादी बताने के अलावा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अहिंसात्मक सिद्धांत का अपमान करने और आजादी को महात्मा गांधी के भीख के कटोरे में मिली बताकर राष्ट्र के शहीदों क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने के आरोप में उक्त बाद कोर्ट में 11 सितंबर 2024 को प्रस्तुत किया था।
इसमें वादी अधिवक्ता और गवाहों के बयानों के बाद कोर्ट ने कंगना रनौत को हिमाचल कुल्लू मनाली और दिल्ली के पत्ते पर तीन बार नोटिस भेज कर निर्देश दिया था कि कंगना स्वयं या अपने अधिवक्ता के माध्यम से कोर्ट में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखें कि सुनवाई कराना चाहती हैं अथवा अपना पक्ष रखना चाहती हैं। लेकिन उसके बावजूद भी कंगना रनौत स्वयं हाजिर नहीं हुईं।
आगरा न्यायालय में कंगना रनौत के अधिवक्ता की ओर से समय मांगा गया था। बुधवार को हुई सुनवाई में कंगना रनौत के अधिवक्ता को अपना जबाव प्रस्तुत नहीं किया। वादी अधिवक्ता रामशंकर शर्मा ने बताया कि कंगना रनौत के मामले में बुधवार को सुनवाई हुई, जिसमें कंगना रनौत के अधिवक्ता को अपना जबाव प्रस्तुत करना था। लेकिन जबाव प्रस्तुत नहीं किया गया। कोर्ट की ओर से तीन बार कंगना रनौत को नोटिस जारी किया जा चुका है। अब कोर्ट में अगली सुनवाई के लिए 16 अप्रैल की तारीख तय की है जिसमें बहस होगी।