भाजपा 2024 के लिए चित्रकूट से बनाएगी रणनीति, संगठन, सरकार को और मिलेगी धार


प्रदेश सरकार के सभी कैबिनेट मंत्री, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, मोर्चो के प्रदेश अध्यक्ष, प्रकोष्ठों एवं विभागों के प्रदेश संयोजक, क्षेत्रीय अध्यक्ष, क्षेत्रीय महामंत्री और जिला प्रभारी प्रशिक्षण वर्ग में भागीदारी करेंगे। सभी लोगों से 28 की रात को ही चित्रकूट पहुंचने को कहा गया है।



लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अब 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में तेजी से जुटने जा रही है। इससे पहले संगठन को दुरुस्त करने की रणनीति बना रही है। इसी क्रम में पार्टी 29 से लेकर 31 जुलाई तक चित्रकूट में प्रशिक्षण वर्ग आयोजित करने जा रही है। प्रशिक्षण में संगठन और सरकार के बीच बेहतर तालमेल के लिए मंथन होगा।

भाजपा के महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला ने कहा कि पार्टी समय-समय ऐसे प्रशिक्षण आयोजित कराती रहती है। इसमें एक दूसरे लोगों से मेल जोल और संगठन को मजबूत करने बारे में चर्चा होती है। बताया कि आगामी योजनाओं, कार्यक्रमों, अभियानों पर चर्चा और भविष्य की रणनीति तय करने को भाजपा चित्रकूट में तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग आयोजित कर रही है। यह प्रशिक्षण वर्ग 29 से 31 जुलाई के बीच होगा। कहा कि विभिन्न सत्रों के जरिए प्रशिक्षण वर्ग में अलग-अलग मुद्दों पर चिंतन किया जाएगा।

प्रशिक्षण वर्ग में इस बार मंत्रियों को भी बुलाया गया है, यानी सरकार और संगठन दोनों एक फोरम में रहेंगे। बेहतर सामंजस्य के साथ कैसे लक्ष्य की ओर बढ़ा जाए, इस पर विचार विमर्श होगा। प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने इस प्रशिक्षण वर्ग में भाग लेने वालों को पत्र भेजा है। इस वर्ग में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही यूपी कोटे के वे केंद्रीय मंत्री भाग लेंगे, यहीं निवास करते हैं।

प्रदेश सरकार के सभी कैबिनेट मंत्री, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, मोर्चो के प्रदेश अध्यक्ष, प्रकोष्ठों एवं विभागों के प्रदेश संयोजक, क्षेत्रीय अध्यक्ष, क्षेत्रीय महामंत्री और जिला प्रभारी प्रशिक्षण वर्ग में भागीदारी करेंगे। सभी लोगों से 28 की रात को ही चित्रकूट पहुंचने को कहा गया है।

राजनीतिक पंडित कहते हैं कि यूपी में दोबारा सरकार बनने के साथ विपक्ष में आपसी फूट से भाजपा को मजबूती मिल रही है। बची कसर राष्ट्रपति के चुनाव में पूरी हो गई है। राजभर सपा से अलग हो गए हैं। वह भी अपने बयान से सपा को घेर रहे हैं। भाजपा के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता कहते हैं कि 2024 में भाजपा के पास खुला मैदान है, जैसे चाहे वैसे खेल सकती है।