खुद की पिस्तौल से चली गोली से हुई थी कारोबारी इन्द्रकांत की मौत : ADG

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उत्तर प्रदेश Updated On :

महोबा। उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में क्रशर व्यवसायी इन्द्रकांत त्रिपाठी की मौत के मामले में प्रयागराज जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (ADG) ने कहा कि त्रिपाठी की खुद की लाइसेंसी पिस्तौल से चली गोली से मौत हुई। एडीजी प्रेम प्रकाश ने शुक्रवार देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि क्रशर व्यवसायी इन्द्रकांत त्रिपाठी की लाइसेंसी पिस्तौल से चली गोली से ही उनकी मौत हुई।एडीजी प्रेम प्रकाश ने कहा कि 8 सितंबर को नहदौरा गांव के पास कबरई-बांदा मार्ग पर अपनी कार में घायल मिले क्रशर व्यवसायी इन्द्रकांत त्रिपाठी की लाइसेंसी पिस्तौल से सामने से गोली चली थी और गोली उनके गले को भेदते हुए पीछे वाली सीट में जाकर फंस गई थी।

आगरा की विधि विज्ञानशाला में पिस्तौल और कार की सीट में फंसी पायी गोली की जांच में इसकी पुष्टि हुई है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, फिलहाल अभी मामले की जांच चल रही है, निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार या अन्य आरोपियों को क्लीन चिट नहीं दी गयी है। एसआईटी ने अपनी प्राथमिक जांच रिपोर्ट पुलिस महानिदेशक (DGP) को भेज दी है।

गौरतलब है कि सात और आठ सितंबर को महोबा के पुलिस अधीक्षक पाटीदार के खिलाफ रिश्वत मांगने, झूठे मुकदमों में फंसाने और अपनी हत्या की आशंका व्यक्त करने संबंधित वीडियो वायरल करने के कुछ घण्टे बाद क्रशर व्यवसायी इन्द्रकांत त्रिपाठी अपनी कार में गोली लगने के बाद घायल मिले थे। वीडियो वायरल होने और व्यवसायी के घायल होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस अधीक्षक पाटीदार को निलंबित कर दिया था।

11 सितंबर को इन्द्रकांत के बड़े भाई रविकांत की तहरीर पर पुलिस अधीक्षक पाटीदार, कबरई के निलंबित थानाध्यक्ष देवेन्द्र शुक्ला और दो अन्य विस्फोटक सामग्री व्यवसायी सुरेश सोनी व ब्रम्हदत्त के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज हुआ था। इसके बाद 13 सितंबर को कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में इलाज के दौरान घायल व्यवसायी इन्द्रकांत की मौत होने के बाद 15 सितंबर को शासन के आदेश पर पुलिस महानिदेशक ने वाराणसी के आईजी विजय सिंह मीणा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था।

 



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