मथुरा। कुछ समय पहले मथुरा के एक मंदिर में नमाज अता करने वाले फैसल खान ने जमानत पर रिहा होने के बाद उन आरोपों का खंडन किया कि वह अपने कार्य से क्षेत्र में शांति और सद्भाव बिगाड़ना चाहता था।
बृहस्पतिवार को मथुरा जेल से रिहा होने के बाद खान ने कहा, ‘‘हम शांति और सद्भाव को बिगाड़ने के बारे में सोच भी नहीं सकते क्योंकि हमने हमेशा इसके लिए काम किया है।’’
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने 18 दिसंबर को फैसल को सशर्त जमानत दे दी थी, जिसमें अदालत ने अभियोजन पक्ष के साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ नहीं करने, मुकदमे में सहयोग करने और सोशल मीडिया पर ऐसी गतिविधियों की तस्वीरें नहीं डालने का निर्देश दिया था।
मथुरा के नंद बाबा मंदिर परिसर में नमाज अदा करने वाली एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद पुलिस ने फैसल खान को गिरफ्तार किया था और तीन अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।