
लखनऊ। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ.आशुतोष कुमार दूबे ने कहा कि सिगरेट पीने वाले लोगों में 14 प्रतिशत ज्यादा कोरोना होने का खतरा है, इसलिए लॉकडाउन के दौरान किसी भी प्रकार के धूम्रपान से बचें। सिगरेट और शराब जैसी बुरी आदतों को छोड़ने का प्रयास करें और कोरोना के खतरे को अपने से दूर रखें।
उन्होंने कहा कि आज युवाओं में सिगरेट, पान मसाला, शराब पीने व खाने का चलन तेजी से बढ़ा है। इससे शरीर में रोग से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। यही कारण होता है कि कोरोना या दूसरा कोई वायरस पूरी तरह से व्यक्ति के शरीर को एक मरीज के शरीर के रूप में बदलने में जल्दी कामयाब हो सकता है।
कोरोना वायरस के खतरे से बचने के लिए अपने घरों में रहे और घर की छत और गली में भी ना जाये। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की खोज 2019 में हुई है इसीलिए इसको कोविड-19 कहते हैं। क्योंकि यह नए प्रकार का वायरस है इसलिए इसके आगे नोबेल भी जुड़ा है। चीन को तबाह करने के बाद यह नया वायरस विश्व की ओर बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि हमारे देश की संस्कृति में जब कोई व्यक्ति पहले घर आता था तो उसके पांव धोए जाते थे। व्यक्ति दूसरे को प्रणाम किया करता था। समय के साथ ही लोगों में बदलाव आया और लोग हाथ मिलाने लगे और गले मिलने लगे। कोरोना वायरस के बचाव के कारण हमको फिर से अपनी संस्कृति की जानने का मौका मिला है।
आज जिस से भी कोई मिल रहा है नमस्ते करता है और यही जरूरी है। वही घर से बाहर जाए तो लौटने के बाद कपड़ा उतार कर स्नान करें और हाथों को हर 2-2 घंटे पर धोते रहें। उन्होंने कहा कि साबुन से धोना थोड़ा सस्ता है और सेनीटाइज करना महंगा है, लेकिन ज्यादा फायदा सेनीटाइज करने पर ही है।
वैसे घरों में रहते हुए हर 2 घंटे पर साबुन से करीब 1 मिनट तक हाथ धोने से भी किसी भी वायरस से बचाया जा सकता है। इसके साथ यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि हाथों से अपनी आंखों, नाक, कान, मुंह को ना छुए।