मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदश के बिजनौर में राज्य समाज कल्याण विभाग के एक लिपिक को 2009 से 2012 के बीच विद्यार्थियों की छात्रवृति की आठ करोड़ रूपये की राशि का गबन करने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
मुजफ्फरनगर समाज कल्याण विभाग के कार्यालय को मंगलवार को उत्तर प्रदेश समाज कल्याण विभाग के निदेशक से यह बर्खास्तगी आदेश मिला जिसमें उल्लेख है कि तत्कालीन लिपिक अनिल वर्मा को कथित घोटाले को लेकर सेवा से बर्खास्त किया जाता है।
फिलहाल वर्मा बिजनौर जिले में वदस्थ हैं।
तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी रिंकू रानी ने 2009 से 2012 के बीच छात्रवृति वितरण में आठ करोड़ रूपये के घोटाले का पता लगाया था।
जांच के दौरान वर्मा इस रकम के दुरूपयोग के लिए जिम्मेदार पाये गये क्योंकि तीन साल की अवधि में उन्होंने कथित रूप से बैंक खाता खोला और पैसे निकाले।