
बहराइच। सरकार की रोक के बावजूद मुहर्रम के त्यौहार पर शनिवार व रविवार को लॉकडाउन का उल्लंघन कर बिना अनुमति ताजिए रखने, ढोल नगाड़े बजाने, जुलूस निकालने और मना करने पर पुलिस के साथ टकराव के आरोप में तीन महिलाओं सहित कुल 20 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक (देहात) अशोक कुमार ने सोमवार को बताया कि रूपईडीहा थाना क्षेत्र स्थित नरैनापुर गांव और रूपईडीहा कस्बे के नहर पुलिया चौराहे पर मुहर्रम का जुलूस निकालने को आमादा लोगों और पुलिस के बीच रविवार को टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गयी। इन स्थानों पर कुछ लोग एकत्र होकर मुहर्रम का जुलूस निकालने की कोशिश में थे। पुलिस ने रोका तो अन्य लोगों को बुलाकर पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश की गयी।
उन्होंने बताया कि इस पर पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ संक्रमण फैलाने, लोकसेवक को धमकाने, लॉकडाउन के उल्लंघन के आरोप और महामारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर सभी को गिरफ्तार कर लिया है।
कुमार ने बताया कि इसी तरह मुर्तिहा कोतवाली क्षेत्र के मधवापुर परसीपुरवा गांव में सार्वजनिक रूप से ताजिए रखकर अलम लगा दिया गया और भीड़ जुटना शुरू हो गयी। पुलिस पहुंची तो ग्रामीणों ने महिलाओं को आगे कर पुलिस से बचने की कोशिश की। यहां लॉकडाउन उल्लंघन व महामारी अधिनियम की धाराओं में तीन महिलाओं सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कोतवाली देहात इलाके के सरदारपुर बहादुरपुर गांव में रविवार को मुहर्रम पर लोग ढोल—नगाड़ा लेकर लोग जुलूस निकाल रहे थे। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस टीम ने गांव से रिजवान, अफसर अली व रबी हक से पांच बड़े ढोल व नगाड़े जब्त किए गये हैं। इन तीनों को लॉकडाउन उल्लंघन तथा महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया है।
सभी मामलों की सक्षम अधिकारियों द्वारा जांच कराई जा रही है। अन्य लोगों की संलिप्तता मिलने पर उनके खिलाफ भी मामले दर्ज किए जा सकते हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण को लेकर राज्य सरकार द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर गणेश पूजा पंडाल सजाने तथा मुहर्रम पर सार्वजनिक स्थानों पर ताजिया रखने तथा जुलूस और शोभा यात्रा निकालने पर रोक लगाई गई थी। इस संबंध में गणेश चतुर्थी के पूर्व से लेकर मुहर्रम के पहले तक शांति समितियों की बैठकों में तथा समय समय पर धर्मगुरूओं के माध्यम से दिशानिर्देश से अवगत कराते हुए लोगों को सार्वजनिक रूप से त्यौहार नहीं मनाने की अपील की गयी थी।
उन्होंने बताया कि शनिवार से ही प्रशासन तथा पुलिस के अधिकारी गश्त पर थे। कस्बों में फ्लैग मार्च किए गये थे। अधिकांश जगहों पर अकीदतमंदों ने घरों में ही त्यौहार की परंपराओं को निभाया है। कुछ ही स्थानों पर ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिन पर कार्यवाही की गयी है।