दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना के इलाज में लगे डॉक्टर्स को यूपी आने की नहीं मिली अनुमति


आईएमए अध्यक्ष डॉ.वीबी जिंदल ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया है कि जो डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ कोविड-19 अस्पतालों में कार्यरत हैं, वह दिल्ली में ही रूकेंगे। जबकि नॉन कोविड डॉक्टर व स्टाफ ही गाजियाबाद आ सकेगा,ताकि अन्य लोगों को भी संक्रमण से बचाया जा सके।



गाजियाबाद। नगर आयुक्त द्वारा दिल्ली में कार्यरत डॉक्टर्स को गाजियाबाद आवागमन में रोकने के जारी निर्देश के बाद आईएमए के डॉक्टर्स जहां इसके विरोध में उतर आए, वहीं आरडब्ल्यूए ने सोसाटियों में भी नोटिस चस्पा कर दिए हैं।
हालांकि, मामले पर विवाद बढ़ता देख डीएम अजय शंकर पाण्डेय ने शुक्रवार को हस्तक्षेप किया और इस मामले में नगरायुक्त दिनेश चंद, सीएमओ डॉ.एनके गुप्ता, आईएमए के प्रतिनिधि दल, आरडब्ल्यूए फेडरेशन के चेयरमैन कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी के साथ परिचर्चा बैठक की।

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, करीब एक घंटा चली बैठक के बाद डीएम ने बताया कि इस मामले को लेकर अब कोई विवाद नहीं है। सभी एकजुट होकर काम कर रहे हैं ताकि कोरोना संक्रमण से बचा जा सके।
हालांकि डीएम ने नगरायुक्त द्वारा जारी किए गए निर्देशों को वापस लिए जाने को लेकर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। वहीं, आईएमए अध्यक्ष डॉ.वीबी जिंदल ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया है कि जो डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ कोविड-19 अस्पतालों में कार्यरत हैं, वह दिल्ली में ही रूकेंगे। जबकि नॉन कोविड डॉक्टर व स्टाफ ही गाजियाबाद आ सकेगा,ताकि अन्य लोगों को भी संक्रमण से बचाया जा सके। 

वहीं, नगर आयुक्त के निर्देश के बाद नीलपदम कुंज सोसायटी ने दस मई से डॉक्टरों के प्रवेश रोके जाने का नोटिस भी वापस लिया है। डीएम की बैठक के बाद आईएमए ने भी अपना विरोध वापस ले लिया है।



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