कानपुर। आज दिनांक 27 अक्टूबर को “एक कदम गांधी के साथ” पदयात्रा अपने 26वें दिन सुबह 8 बजे सिंधी आश्रम से प्रस्थान की। गीत, नारों और पर्चा वितरण के साथ यात्रा आगे बढ़ी। बारिश के बावजूद पदयात्री बिना थके, बिना रुके, आगे बढ़ते रहे।
यात्रा आगे बढ़ते हुए सुबह 10 बजे पनकी रोड, कानपुर पहुँची, जहाँ आशा ट्रस्ट से जुड़े बच्चों और संयोजक महेश जी ने पदयात्रियों का स्वागत किया। इसके बाद बच्चे भी पदयात्रा में शामिल हुए। ये बच्चे प्रवासी मज़दूर परिवारों से थे। आशा ट्रस्ट इन बच्चों के समग्र विकास के लिए कार्य कर रहा है। इसके बाद सभी पदयात्रियों और बच्चों ने गीतों व नारों के साथ यात्रा को आगे बढ़ाया।
दोपहर लगभग 1 बजे तक यात्रा जेपी होटल, भौती बाईपास, कानपुर नगर पहुँची, जहाँ पदयात्रियों का स्वागत किया गया। भोजन और विश्राम के उपरांत, प्रस्थान से पूर्व व्यवस्थापक पारुल तिवारी जी का धन्यवाद किया गया। यात्रा की ओर से “सत्य के प्रयोग” (गांधीजी की आत्मकथा) और “सर्वोदय जगत” पत्रिका भेंट की गई।
इस दौरान सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल ने कहा कि समाज को डर के साये में ज़्यादा दिनों तक नहीं रखा जा सकता। दक्षिणपंथी विचार से प्रेरित आज की सरकार सभी संवैधानिक संस्थाओं को अपने नियंत्रण में लेने की कोशिश कर रही है और इस तरह संविधान को ही निष्प्रभावी बना देना चाहती है। यह सरकार ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि उसका आज़ादी आंदोलन से कोई वास्तविक संबंध नहीं रहा है और न ही उसके प्रति कोई सम्मान है।
गांधी जी द्वारा स्थापित साबरमती आश्रम एवं गुजरात विद्यापीठ पर कब्ज़ा और विनोबा भावे की प्रेरणा से स्थापित सर्व सेवा संघ परिसर, वाराणसी को बुलडोज़र से ध्वस्त करना-इन सब घटनाओं को इस सरकार द्वारा आज़ादी आंदोलन की विरासत को मिटाने की कोशिश के रूप में देखा जाना चाहिए। सरकार के ऐसे कदमों का विरोध करना आज हर नागरिक का कर्तव्य बन गया है।इसी कर्तव्य के निर्वाह के लिए एक कदम ‘गांधी के साथ पदयात्रा’ निकली है।
इस दौरान स्थानीय आयोजक ने कहा -“हम इस पदयात्रा के समर्थन में हैं। यह देश किसी एक सम्प्रदाय या धर्म का नहीं है; यह देश उन सभी लोगों का है जिन्होंने इस मिट्टी में जन्म लिया है।” रात का पड़ाव वाटिका होटल एंड रिज़ॉर्ट, झांसी-कानपुर, किशननगर हाइवे पर था ।
यात्रा में शामिल प्रमुख प्रतिभागी: चंदन पाल, अरविंद कुशवाहा, नंदलाल मास्टर, अरविंद अंजुम, सोमनाथ रोड़े, भूपेश भूषण, सतीश मराठा, गौरांग महापात्रा, ध्रुव भाई, अविनाश काकडे, सुमन, विद्याधर मास्टर, श्यामधर तिवारी, जगदीश कुमार, विकास, मानिकचंद, अनोखेलाल, जोखन यादव, सरिता बहन, सिस्टर फ्लोरीन, अलीभा, अंतर्यामी बराल, सौरभ, गौरव, विवेक मिश्र, बृजेश, टैन, सचिन, अनूप आचार्य, उदय, हेतवी, सत्येंद्र सिंह, अशोक सिंह, शुभा प्रेम, मोनिका, निर्मला, ज्ञानेश्वर, बालासाहब मिसाल, भावेश असगर आदि।
