कामगारों के पैदल या ट्रकों से जाने पर रोक लगते ही यूपी के सीमावर्ती मार्गों पर लगा भीषण जाम, कई स्थानों पर बेकाबू हुई स्थिति

कोरोना संकट और लॉकडाउन के चलते घर वापसी कर रहे मजदूरों की बड़ी तादाद के कारणउत्तर प्रदेश में कई सड़क दुर्घटनाओं सेहो रही मौतों के मद्देनजर योगी सरकार ने शहरों की सीमाएं सील कर पैदल या अन्य गाड़ियों से आ रहे मजदूरों को रोक दिया है।

लखनऊ। कोरोना संकट और लॉकडाउन के चलते घर वापसी कर रहे मजदूरों की बड़ी तादाद के कारण उत्तर प्रदेश में कई सड़क दुर्घटनाओं से हो रही मौतों के मद्देनजर योगी सरकार ने शहरों की सीमाएं सील कर पैदल या अन्य गाड़ियों से आ रहे मजदूरों को रोक दिया है। जिसके कारण प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में वाहनों की एवं लोगों के जुटने से भीषण जाम लग गया। वहीं कई स्थानों पर भीड़ इतनी बढ़ गई कि लोगों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा।
खबरों के अनुसार घर वापसी कर रहे मजदूरों की वजह से उत्तर प्रदेश में कई सीमावर्ती जिलों में मुख्य मार्गों पर भीषण जाम और हंगामे के हालात पैदा हो गए हैं। सीमाएं सील होने से उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर भीषण जाम की स्थिति पैदा हो गयी है। मध्यप्रदेश की सीमा पर झांसी में सीमा पर हजारों की तादाद में मजदूर फंसे हैं और हंगामा कर रहे हैं। मजदूरों को काबू में करने के लिए पुलिस बल को यहां लाठीचार्ज भी करना पड़ा है। 
झांसी में उत्तर प्रदेश-मध्यप्रेदश के रक्सा जौहरिया बार्डर पर  शनिवार रात से रविवार सुबह तक 10 किलोमीटर का लंबा जाम लगा रहा। यहां ट्रको से महाराष्ट्र ,गुजरात, मध्य प्रदेश, से आ रहे हजारों की तादात में प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं। प्रवासी मजदूरों को जिला प्रशासन बॉर्डर से घर भेजने का इंतजाम बसों से कर रहा है। बसों का पुख्ता इंतजाम ना होने के कारण बॉर्डर पर भीषण जाम लग गया। जिसके बाद को रास्ता सुझता नहीं देख प्रशासन को आखिरकार रविवार दोपहर को लोगों को ट्रकों से ही उनके गंतव्यों तक जाने दिया।
वहीं लोगों की बढ़ती संख्या के कारण सरकारी बसों की कमी पड़ गई जिसके कारण बेबस प्रशासन ने कागजी कारवाई पूरी कर केवल सूचना दर्ज कराते हुए सभी को जाने दिया।  इससे पहले बॉर्डर से ना निकलने को लेकर मजदूरों ने जमकर हंगामा काटा और पुलिस को उन पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
प्रशसान के इतने एहतियात के बावजूद भी मजदूर ट्रकों से रकसा बॉर्डर से निकलकर झांसी कानपुर रोड के बड़ागांव के पास नेशनल हाईवे पर पहुचें तो एक नर्सरी के सामने मजदूरों से भरे डीसीएम का एक्सीडेंट हो गया। जिसमें चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गये।

वहीं शनिवार रात को भी मजदूरों को रोके जाने से लखनऊ कानपुर हाईवे पर उन्नाव के करीब 10 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। शनिवार रात करीब सात घंटे इस राजमार्ग पर भीषण जाम की स्थिति बनी रही और कम से कम छह हजार मजदूर फंसे रहे। लखनऊ की सीमा में घुसने का प्रयास कर रहे मजदूरों को रोकने के लिए पुलिस के साथ ही पीएसी को भी बुलाना पड़ा। लखनऊ कानपुर सीमा पर मजदूरों से भरी गाड़ियों की कतारें लग गयी और भीषण गर्मी में फंसे मजदूरों में से कईयों की तबियत भी खराब हो गयी।
घंटों लंबे जाम के बाद लखनऊ व उन्नाव के जिला प्रशासन ने सड़कों पर आ रहे मजदूरों को स्थानीय राजकीय इंटर कालेज में रोका। प्रशासन ने यहां से मजदूरों को उनके घर के लिए सरकारी बसों में रवाना किया। गौरतलब है कि बीते 48 घंटों में घर वापसी कर रहे 60 से ज्यादा मजदूरों की सड़कों पर कुचल कर हुयी मौत के बाद योगी सरकार ने शहरों की सीमाएं सील कर पैदल या अन्य गाड़ियों से आ रहे मजदूरों को रोक दिया है।
मुख्य सचिव आरके तिवारी ने शनिवार दोपहर एक आदेश जारी कर पैदल, मिनी ट्रक, ट्रक, मेटाडोर, आटो, सायकिल या किसी अन्य निजी वाहन से मजदूरों के आने पर रोक लगा दी है। आदेश में पुलिस कप्तानों पर जिलाधिकारियों से कहा गया है कि उन्हें 200 बसें प्रत्येक जिले में दी जाएंगी जिससे मजदूरों को उनके घर तक भेजा जा सके।
बता दें कि शनिवार तड़के उत्तर प्रदेश में कानपुर के करीब औरैय्या में जबरदस्त सड़क दुर्घटना में अपने घर को लौट रहे 26 मजदूरों की मौत हो गयी थी। इसके तुरंत बाद मध्यप्रदेश से आ रहे यूपी के पांच मजदूर बांदा में सीमा पर कुचल कर मारे गए। शनिवार दोपहर में आगरा एक्सप्रेस वे पर उन्नाव के बांगरमऊ में दो मजदूर कुचल कर मर गए।
प्रयागराज में घर वापसी कर रहे एक मजदूर की मौत दुर्घटना में हो गयी। इससे पहले के 24 घंटों में अलग-अलग घटनाओं में 26 मजदूरों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी थी। उधर कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने शनिवार दोपहर मुख्यमंत्री को पत्र भेज मांग की कि उन्हें नोयडा और गाजियाबाद बार्डर से 500-500 बसें चलाने की इजाजत दी जाए। प्रियंका ने मजदूरों को भेजने के सरकारी प्रयासों को नाकाफी बताते हुए पार्टी की ओर बसें चलाने की इजाजत मांगी।

First Published on: May 17, 2020 4:49 PM
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