मेरठ। पिछले दिनों जागरण में गाने वाले गायक धर्मेंद्र पांडे ने हिंदुओं से हथियार उठाने की तैयारी करने का आह्वान किया था। अब भाजपा के पूर्व विधायक संगीत सोम ने भी ऐसा ही आह्वान किया है। सोम ने ‘राजपूत उत्थान सभा’ द्वारा आयोजित एक दशहरा समारोह में कहा कि, “केवल एक विशेष समुदाय की आबादी बढ़ रही है और राजपूत समुदाय को इसे रोकने के लिए भविष्य में हथियार उठाने की आवश्यकता होगी। हमें इस बात की चिंता करनी होगी कि किसकी आबादी बढ़ रही है। हमारी आबादी घट रही है, लेकिन एक समुदाय की आबादी बढ़ रही है।”
“यह संभव है कि भविष्य में हमें हथियार उठाने की आवश्यकता होगी, जब चारों ओर आतंकवाद हो। हमें ‘सर तन से जुदा’ (सिर काटने) और आतंकवाद की धमकियों को रोकने के लिए हथियार उठाने होंगे।”
पूर्व विधायक ने आगे कहा कि, “जब राजपूत समुदाय हथियार उठाएगा तो कोई भी ‘सर तन से जुदा’ की धमकी देने और आतंकवाद पैदा करने की हिम्मत नहीं करेगा।”
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि, “रैली में केवल हरे झंडे फहराए गए और शायद ही राष्ट्रीय ध्वज का इस्तेमाल किया गया।”
मेरठ के सरधना विधानसभा क्षेत्र से दो बार के पूर्व विधायक सोम को हिंदू कट्टरपंथी माना जाता है और 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों से संबंधित कई मामलों में उनका नाम लिया गया है। दंगों के बाद गठित जस्टिस विष्णु सहाय आयोग ने उन्हें भड़काने वालों की सूची में शामिल किया।
उन्होंने 2015 में उस समय एक विवाद को जन्म दिया जब उन्होंने दादरी लिंचिंग की घटना में मारे गए मोहम्मद अखलाक के परिवार की गिरफ्तारी का आह्वान किया और मामले में आरोपी को जमानत देने का वादा किया।
वह 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अतुल प्रधान से 18,000 से अधिक मतों के अंतर से हार गए।