हनीट्रैप के सहारे लोगों को लूटने वाले गिरोह के चार लोग गिरफ्तार

भाटी ने आरोप लगाया कि कराया कि विगत 26 दिसम्बर को रिया नामक एक लड़की का फोन आया और उसने उसे वल्लभगढ़ बुलाया। दोनों की मुलाकात बेहद अच्छी रही और बाद में उसके साथ उसकी दोस्ती हो गई। उसने अगले ही दिन मथुरा घुमाने का आग्रह कर यहां बुलाया। उसके आमंत्रण पर वे अपने मित्र के देवेंद्र के साथ मथुरा आ गए।

मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में पुलिस ने अंतर्राज्यीय स्तर पर ‘हनीट्रैप’ के सहारे धनवान लोगों को साजिश का शिकार बनाकर उनसे लाखों की रकम ऐंठने वाले गिरोह के सरगना समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने दस लाख रुपए ऐंठने की उनकी साजिश को विफल कर दिया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर ने बताया, ‘इस गिरोह द्वारा लोगों को फंसाने के बारे में पता तब लगा, जब फरीदाबाद (हरियाणा) के छायसां निवासी भिक्की भाटी पुत्र सोहन लाल ने मथुरा के थाने में मामला दर्ज कराया।

भाटी ने आरोप लगाया कि कराया कि विगत 26 दिसम्बर को रिया नामक एक लड़की का फोन आया और उसने उसे वल्लभगढ़ बुलाया। दोनों की मुलाकात बेहद अच्छी रही और बाद में उसके साथ उसकी दोस्ती हो गई। उसने अगले ही दिन मथुरा घुमाने का आग्रह कर यहां बुलाया। उसके आमंत्रण पर वे अपने मित्र के देवेंद्र के साथ मथुरा आ गए।’

उन्होंने पुलिस को बताया, ‘जब हम लोग मथुरा में घूम ही रहे थे कि तभी टाउनशिप तिराहे के करीब प्रतिवादीगण सरगना अमरपाल सोरोत, जतिन साहू, राजेश उर्फ राजू भाटी एवं दिव्या शर्मा ने हमारी गाड़ी रोक कर रिया को बुला लिया।

भाटी ने अपनी शिकाय में कहा है कि उसके सामने ही उन लोगों ने आरोप लगाया कि मैंने रिया के साथ बलात्कार किया है। इसलिए मैं इसके एवज में उन्हें दस लाख रुपए दूं। अगर ऐसा न किया, तो मेरे खिलाफ बलात्कार का झूठा मुकदमा दर्ज करा देंगे। उन्होंने हम दोनों को रोक लिया और बताई गई रकम देने के बाद ही छोड़ने को कहा।’

भाटी के हवाले से एसएसपी ने बताया, ‘तब मैंने जान छुड़ाने के लिए मेरे पास जितनी भी रकम उस समय मौजूद थी, दे दी और बाकी 30 दिसम्बर को भुगतान करने का आश्वासन देकर जान छुड़ाई। इसके बाद थाने पहुंचकर उन लोगों के खिलाफ 29 दिसम्बर को भादंवि की विभिन्न धाराओं के अधीन मामला दर्ज कराया।

ग्रोवर ने बताया, ‘तब पुलिस ने सर्विलांस के माध्यम से अभियुक्तों की लोकेशन तलाश कर पहले पलवल के होडल कस्बे के बेड़ापट्टी निवासी अमरपाल सोरोत (35) को धर दबोचा। जिसने पुलिस को बताया कि मैं काफी समय से धनाड्य लोगो को अपने गिरोह की महिला मित्रों की सहायता से फंसाकर झूठे मुकदमे का भय दिखाकर उनसे रुपए ऐंठता था । यदि कोई व्यक्ति रुपए नहीं देता, तो उसके विरुद्ध बलात्कार का झूठा मुकदमा लिखवाकर समझौते के नाम पर मोटी रकम वसूलकर रफा-दफा कराते रहे।’

पुलिस ने पकड़े गये आरोपी से पूछताछ के बाद तीन और लोगों को गिरफ्तार किया है । उन्हेांने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज कर इसकी जांच की जा रही है।

First Published on: January 2, 2021 10:16 AM
Exit mobile version