गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री राजपाल त्यागी के बड़े बेटे और मुरादनगर के भाजपा विधायक अजीत त्यागी के भाई गिरीश त्यागी ने अपने मामा की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी बनाए जाने के एक साल बाद सोमवार को यहां अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया।
गाजियाबाद के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने गिरीश को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। एक अधिकारी ने बताया कि वह सरकारी ठेकेदार एवं अपने मामा नरेश त्यागी की हत्या का मुख्य आरोपी है।
गिरीश अपने वकील मोहित त्यागी के साथ कई अधिवक्ताओं के साथ आत्मसमर्पण करने अदालत पहुंचा। इससे पहले उसके वकील ने निचली अदालत में दो बार अर्जी दी थी।
गिरीश पिछले साल हुई घटना के बाद से फरार था। नरेश त्यागी की नौ अक्टूबर, 2020 को लोहिया नगर ऑफिसर्स कॉलोनी में उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह सुबह की सैर के लिए पार्क जा रहे थे। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल एक स्कूटर, तीन देसी पिस्तौल, पांच कारतूस और दो मोबाइल फोन बरामद किए थे।
कविनगर क्षेत्र की पुलिस उपाधीक्षक अंशु जैन ने बताया कि घटना की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए अदालत के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।