बहराइच में बाघ के हमले में बच्ची की मौत

बाघ ने बच्ची का पूरा दाहिना पैर खा लिया था तथा बच्ची के सिर पर भी गंभीर चोट आई थी।

बहराइच। बहराइच के सीमावर्ती इलाके के अब्दुल्लागंज वन क्षेत्र में बाघ के हमले में 12 वर्षीय बच्ची की मौत हो गयी। वन विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

वन विभाग के क्षेत्राधिकारी अहमद कमाल सिद्दीकी ने शनिवार को बताया कि बहराइच वन प्रभाग अंतर्गत अब्दुल्लागंज रेंज के चेनैनी गांव निवासी परशुराम यादव की पुत्री सीमा यादव (12) शुक्रवार को वन रेंज के चरदा जंगल में बकरियां चराने गयी थी। इसी बीच, एक बाघ बच्ची को घने जंगल में उठा ले गया। ग्रामीणों, वन कर्मियों ने वहां गिरे खून के धब्बों और बाघ के पदचिह्नों के आधार पर तलाश की तो जंगल में बुरी तरह से घायल अवस्था में बच्ची मिली।

बाघ ने बच्ची का पूरा दाहिना पैर खा लिया था तथा बच्ची के सिर पर भी गंभीर चोट आई थी। जब तक बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जाता तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। सिद्दीकी ने बताया कि बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद बच्ची के परिजनों को मुआवजा दिलाने की कार्रवाई की जाएगी।

इस बीच, कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में भी बृहस्पतिवार को तेंदुए ने हमला कर एक बच्चे को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) आकाशदीप बधावन ने शनिवार को बताया कि कतर्नियाघाट अभयारण्य से सटे मोतीपुर रेंज के मधवापुर गांव निवासी संतोष यादव (10) अपने घर के आंगन में था, तभी वहां आया तेंदुआ उसे घर से खींचकर घने जंगल में ले गया।

ग्रामीणों के शोर मचाने पर तेंदुआ बच्चे को घायल अवस्था में छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। डीएफओ ने बताया कि घायल संतोष को इलाज के लिए बहराइच स्थित मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन हालत गंभीर देखकर उसे ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया है।

First Published on: January 8, 2022 2:39 PM
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