सरकार कोरोना से मरने वालों का सही आंकड़ा दे : आराधना मिश्रा

उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र पर सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मांग की है कि सरकार कोरोना से मरने वालों का सही आंकड़ा दे और कोविड-19 काल में अपने प्रियजनों को खो चुके परिवारों को चार-चार लाख रुपये का हर्जाना दिया जाए।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र पर सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मांग की है कि सरकार कोरोना से मरने वालों का सही आंकड़ा दे और कोविड-19 काल में अपने प्रियजनों को खो चुके परिवारों को चार-चार लाख रुपये का हर्जाना दिया जाए।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस मुख्‍यालय में पत्रकारों से बातचीत में आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने कहा कि कोरोना से मरने वालों का सही आंकड़ा न बताने एवं आपदा कानून के अधिकार के तहत मुआवजा नहीं दिये जाने के कारण कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘‘कोविड न्याय अभियान’’ चला रही है, जिसके अर्न्तगत देशव्यापी आन्दोलन चलाते हुए लगातार इस मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगा जा रहा हैं।

उन्‍होंने केंद्र सरकार से मांग की कि ‘सरकार कोविड प्रभावित लोगों और मरने वालों का सही आंकड़ा दे और कोविड महामारी में अपने प्रियजनों को खो चुके परिवारों को चार-चार लाख रुपये का हर्जाना दे।’

उन्‍होंने दावा किया कि हर प्रभावित परिवार को मुआवज़ा मिले, इसके लिए कांग्रेस पार्टी पूरी ताकत से लड़ेगी, यह कांग्रेस के ‘‘कोविड न्याय अभियान’’ का संकल्प है।

मिश्रा ने कहा कि कोविड महामारी से देश के करोड़ों लोग प्रभावित हुए और लाखों को जान गंवानी पड़ी, यह मोदी सरकार की लापरवाही का नतीजा है, जो उसने कोरोना काल में दिखायी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में लगभग साढ़े तीन करोड़ लोग कोविड से प्रभावित हुए हैं और चार लाख 69 हज़ार लोग अभी तक जान गंवा चुके हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा कि यही नहीं सरकार के हिसाब से उत्तर प्रदेश में अब तक 17 लाख से ज्यादा लोग कोविड से प्रभावित हो चुके हैं और लगभग 23 हजार लोग अब तक जान गंवा चुके हैं। उन्होंने सरकार द्वारा दिये गये आकड़ों पर सवाल उठाया तथा उसकी विश्वसनीयता पर प्रश्न चिह्न लगाते हुए कहा कि ग़ैर सरकारी अनुमानों के मुताबिक ये आंकड़े पांच गुना से भी ज्यादा हैं।

First Published on: November 30, 2021 5:09 PM
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