कृषि कानूनों पर सरकार करे पुनर्विचार : मायावती

भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य को जारी रखने के संबंध में लिखित आश्वासन नहीं देती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्‍यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्‍यमंत्री मायावती ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों का रविवार को समर्थन करते हुए केंद्र सरकार को इन कानूनों पर पुनर्विचार करने की सलाह दी।

मायावती ने ट्वीट किया कि पूरे देश में किसान केंद्र सरकार द्वारा कृषि से संबंधित हाल में लागू किये गये तीन कानूनों को लेकर काफी नाराज हैं और इनके खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘केंद्र सरकार किसानों की आम सहमति के बिना बनाये गये इन कानूनों पर अगर पुनर्विचार कर ले, तो बेहतर होगा।’

पूर्व मुख्‍यमंत्री और सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए पत्रकारों से कहा, ‘किसानों पर इस तरह की लाठी किसी ने नहीं चलाई होगी और इस तरह का आतंकी हमला किसी सरकार ने नहीं किया होगा, जैसा भाजपा की सरकार में हो रहा है। ये वही लोग हैं, जिन्‍होंने किसानों से कहा था कि वे सत्‍ता में आने पर उनके सिर्फ कर्ज माफ नहीं करेंगे बल्कि पैदावार की कीमत देंगे और आय दोगुनी कर देंगे, लेकिन जबसे भाजपा सरकार आई है, तब से सबसे ज्‍यादा गरीब और किसान बर्बाद हुए हैं।’

किसानों ने गाजियाबाद के यूपी गेट पर प्रदर्शन किया

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जनपद स्थित यूपी गेट पर शनिवार को भारी संख्या में किसानों ने धरना-प्रदर्शन किया। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य को जारी रखने के संबंध में लिखित आश्वासन नहीं देती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

टिकैत ने कहा कि संगठन से जुड़े किसान दिल्ली के बुराड़ी मैदान नहीं जाएंगे, जहां धरना-प्रदर्शन की इजाजत दी गई है। आंदोलनरत किसान रविवार को आगे के कदमों को लेकर निर्णय करेंगे।

इससे पहले दिन में टिकैत के नेतृत्व में किसानों ने मोदी नगर से जिले में प्रवेश किया और इसके बाद वे राजनगर एक्सटेंशन और मोहन नगर होते हुए यूपी गेट पहुंचे। पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए गाजियाबाद पुलिस विशेष सतर्कता बरत रही है।

First Published on: November 29, 2020 10:49 AM
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