नई दिल्ली। 8 साल पहले 16 दिसम्बर की वह सर्द व भयावह रात आज भी सभी के जेहन में है। निर्भया के साथ जो कुछ हुआ, उसने पूरे देश को उद्वेलित करके रख दिया था। हालांकि निर्भया के गुनहगारों को फांसी तो हो गई लेकिन आज भी हालात बदले नहीं है, जिसकी तस्दीक हाथरस में बच्ची के साथ हैवानियत की घटना करता है। भले ही सरकार ने कड़े नियम-कानून बना दिए लेकिन महिलाओं, लड़कियों और मासूम बच्चियों के साथ घटनाओं में निरंतर इजाफा हो रहा है।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित तौर पर गैंगरेप पीड़िता ने पंद्रह दिन बाद मंगलवार को इलाज के दौरान दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। हाथरस की बेटी की मौत के बाद अब यूपी में सियासत तेज होना लाजमी है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल समेत कई विपक्षी पार्टियों ने सीधे योगी सरकार को निशाने पर लिया है। इधर पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग तेज हो गई है। प्रियंका गांधी ने फोन पर मृतक बच्ची के परिजनों से बात की। आल इंडिया महिला कांग्रेस ने ट्वीट किया “कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने हाथरस रेप पीड़िता के पिता से फोन पर बात कर सांत्वना दी और न्याय का भरोसा दिलाया।”
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने हाथरस रेप पीड़िता के पिता से फोन पर बात कर सांत्वना दी और न्याय का भरोसा दिलाया। #Hathras
— All India Mahila Congress (@MahilaCongress) September 29, 2020
प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक के बाद एक ट्वीट कर योगी सरकार पर निशाना साधा। प्रियंका ने ट्वीट किया “यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है। महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है।अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं। इस बच्ची के क़ातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। @myogiadityanath उप्र की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं।”
…यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है। महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है।अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं।
इस बच्ची के क़ातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। @myogiadityanath उप्र की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं। 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 29, 2020
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की पीड़ित दलित लड़की की मौत के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में राज्य ‘अपराध का गढ़’ बन गया और ऐसी घटनाओं के लिए प्रदेश सरकार की जवाबदेही बनती है। पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने यह भी कहा कि इस मामले में त्वरित न्याय सुनिश्चित होना चाहिए और शुरुआत में घटना को ‘आधिकारिक रूप से’ फर्जी खबर बताने के लिए भाजपा सरकार को माफी मांगनी चाहिए।
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट किया “हाथरस की गैंग रेप एवं दरिंदगी की शिकार एक बेबस दलित बेटी ने आख़िरकार दम तोड़ दिया. नम आँखों से पु्ष्पांजलि! आज की असंवेदनशील सत्ता से अब कोई उम्मीद नहीं बची।”
हाथरस की गैंग रेप एवं दरिंदगी की शिकार एक बेबस दलित बेटी ने आख़िरकार दम तोड़ दिया. नम आँखों से पु्ष्पांजलि!
आज की असंवेदनशील सत्ता से अब कोई उम्मीद नहीं बची.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 29, 2020
केजरीवाल ने हिंदी में ट्वीट किया, “हाथरस की पीड़िता की मौत पूरे समाज, देश और सभी सरकारों के लिए शर्म की बात है। बड़े दुःख की बात है कि इतनी बेटियों के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं और हम अपनी बेटियों को सुरक्षा नहीं दे पा रहे। दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा मिलनी चाहिए।”
हाथरस की पीडिता की मौत पूरे समाज, देश और सभी सरकारों के लिए शर्म की बात है। बड़े दुःख की बात है कि इतनी बेटियों के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं और हम अपनी बेटियों को सुरक्षा नहीं दे पा रहे।
दोषियों को जल्द से जल्द फाँसी की सजा मिलनी चाहिए।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 29, 2020
उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग ने मंगलवार को कहा कि उसने हाथरस जिले में सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता के परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने एक वीडियो जारी कर कहा कि आयोग ने इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी थी और बताया गया है कि चार आरोपियों को पकड़ा गया है तथा पीड़िता को मुआवजा भी दिया गया था। उन्होंने कहा कि आयोग ने पीड़ित लड़की के भाई से संपर्क किया है और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
आपको बता दें कि हाथरस में बच्ची के साथ गैंगरेप किया गया था। गैंगरेप के बाद आरोपियों ने उसकी जीभ काट दी थी। इतना ही नहीं उसकी रीढ़ की हड्डी तोड़ दी थी। घटना के नौ दिनों के बाद बच्ची होश में आई और तब उसने अपने साथ हुई वारदात को इशारों में बयान किया था।