लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित सामूहिक बलात्कार और मौत के मामले में पीड़िता के परिजनों की सुरक्षा पुलिस प्रशासन ने कड़ी कर दी है। पीड़िता के भाई के साथ दो सुरक्षाकर्मी 24 घंटे तैनात किये गये है।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने ‘भाषा’ को सोमवार को बताया कि पीड़ित परिवार के घर के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा पीड़िता के परिवार को भी सुरक्षा दी गयी है।हाथरस पुलिस के अनुसार जिले के चंदप्पा थाना क्षेत्र के एक गांव में पीड़िता के परिवार की सुरक्षा के लिये स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाये गये है।
पुलिस के अनुसार पीड़िता के घर के बाहर डेढ़ सेक्शन पीएसी (करीब 12 से 15 जवान) चौबीस घंटे स्थायी रूप से तैनात कर दी गयी है। पीड़िता के भाई की सुरक्षा के लिये दो सुरक्षाकर्मी 24 घंटे तैनात किये गये है और यह निजी सुरक्षाकर्मी के रूप में काम कर रहे है।
पुलिस ने बताया कि इसके अलावा गांव में किसी प्रकार का तनाव व्याप्त न हो इसके लिये पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इसमें पुलिस के 15 जवान, तीन एसएचओ (थाना प्रभारी स्तर के अधिकारी) तथा एक डिप्टी एसपी (पुलिस उपाधीक्षक) रैंक का अधिकारी लगातार चौबीस घंटे गांव में तैनात है।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त पीड़ित परिवार की महिलाओं की सुरक्षा के वास्ते घर के आसपास दो महिला सब इंस्पेक्टर और छह महिला कांस्टेबल की ड्यूटी चौबीस घंटे दो पालियों में लगायी गयी है। इसके अलावा दिन के समय लोगों की आवाजाही बढ़ने पर अतिरिक्त पुलिस बल भी लगाया जाता है।
गौरतलब है कि गत 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा क्षेत्र में 19 वर्षीय एक दलित लड़की से कथित रूप से बलात्कार किया गया था। वारदात के दौरान गला दबाए जाने से उसकी जीभ भी कट गई थी। लड़की को पहले अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। बाद में उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था जहां गत मंगलवार को उसकी मौत हो गई थी।