लखनऊ। हाथरस में युवकी के साथ हुए बलात्कार और फिर युवती की मौत के बाद परिजनों के गैरमौजूदगी में पुलिस द्वारा शव का जबरदस्ती अंतिम संस्कार करने के बाद दिल्ली-लखनऊ समेत प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भारी विरोध प्रदर्शन जारी है। इस घटना के खिलाफ कांग्रेस ने योगी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है और पुलिस की इस हरकत के खिलाफ दिल्ली व यूपी सहित कई हिस्सों में भारी विरोध प्रदर्शन किया है।
पुलिस के रवैये के खिलाफ लखनऊ सहित प्रदेश के विभिन्न जिलो में विरोध प्रदर्शन कर रहे यूपी कांग्रेस प्रभारी अजय कुमार लल्लू सहित पार्टी के कई नेताओं और हजारों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना के खिलाफ आम आदमी पार्टी और सिविल सोसायटी के भी हजारों लोगों ने राजधानी लखनऊ सहित अन्य कई जिलों में प्रदेश सरकार और यूपी पुलिस के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया जिसके कारण उनको पुलिस की ज्यादतियों का सामना करना पड़ा है।
जब नाश मनुज पर छाता है,
पहले विवेक मर जाता है।#Hathras pic.twitter.com/R1vGg0rlvz— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 30, 2020
बेटी चेहरा अंतिम बार देखने को चीखती रही मां, पर पुलिस…
पीड़िता की मौत के बाद परिवार के लाख विरोध के बाद भी उनकी अनुपस्थिति में शव का अंतिम संस्कार रात करीब 2.30 से 3 बजे के बीच में कर दिया गया। पीड़िता का अंतिम संस्कार घर वालों के मर्जी के खिलाफ और परिवार वालों को घरों में जबरदस्ती रोककर कर दिया गया। इस आरोप की सत्यता से जुड़े सोशल मीडिया पर कई वीडियो भी है जिसमें पीड़िता की मां अपनी बेटी की चेहरा अंतिम बार देखने के लिए शव को उसे सौंपने के लिए चीखती रही है, लेकिन पुलिस उसकी एक नहीं सुनी और शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
हाथरस की बेटी का अंतिम संस्कार – परिवार कहां है?? #Hathras pic.twitter.com/DlNpNMbRsM
— Kirandeep (@raydeep) September 30, 2020
उधर पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने बताया कि युवती का अंतिम संस्कार बीती रात दो बजे परिजनों की सहमति से पुलिस बल के साथ किया गया।
पहले भी लड़की की अस्मत लूटने की हुई थी कोशिश
इस घटना से जुड़ा लड़की एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें यह बताया गया है कि लड़की ने मौत से पहले अंतिम बार किसी रिपोर्टर को अपने साथ हुई ज्यादती के बार में बताया था। सामाचार चैनल न्यूज24 की तरफ से जारी इस वीडियों में लड़की को यह कहते हुए साफ सुना जा सकता है कि उसके साथ पहले भी बलात्कार की कोशिश की गई थी, लेकिन वह बच गई, लेकिन इस बार दरिंदों के चंगुल से वह नहीं बच पायी है और अपनी जिंदगी गंवानी पड़ी। लड़की इस वीडियो में बलात्कारियों का सीधे-सीधे नाम भी ले रही है।
"दरिंदो ने एक बार पहले भी मेरी अस्मत लूटने की कोशिश की थी, मैं तब भाग गई थी" :
हाथरस की गैंगरेप पीड़िता का आख़िरी बयान… #HathrasHorror #Hathras #हाथरस pic.twitter.com/wUhXqsefAG
— News24 (@news24tvchannel) September 30, 2020
प्रदर्शनकारियों को बेरहमी से पीटने में जुटी पुलिस
दिल दहला देने वाली इस वारदात के विरोध में लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी है। वहीं विरोध को दबाने के लिए यूपी पुलिस कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है और पुलिस ने कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों को बर्बर तरिके से पीटती दिखाई दे रही है। इस घटना के खिलाफ यूपी कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर योगी सरकार पर लापरवाही आरोप लगाया है।
मैं यूपी के मुख्यमंत्री जी से कुछ सवाल पूछना चाहती हूँ-
परिजनों से जबरदस्ती छीन कर पीड़िता के शव को जलवा देने का आदेश किसने दिया?
पिछले 14 दिन से कहां सोए हुए थे आप? क्यों हरकत में नहीं आए?
और कब तक चलेगा ये सब? कैसे मुख्यमंत्री हैं आप? pic.twitter.com/Q2qPcDXDTT
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 30, 2020
पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर के मुताबिक लड़की ने अपने साथ बलात्कार की वारदात के बारे में पुलिस को पहले कुछ नहीं बताया था मगर बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने आरोप लगाया कि संदीप, रामू, लवकुश और रवि नामक युवकों ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया था। विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश करते हुए उसका गला दबाया था।
नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कहा, “मेरे पास शब्द नहीं”
I have no words left to express my feelings on what has happened in Hatharas. My daughters, I am sorry.
— Kailash Satyarthi (@k_satyarthi) September 30, 2020
फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा मुकदमा
हाथरस मामले में घिरती नजर आने वाली यूपी सरकार ने पीड़िता के मौत के सम्बन्ध में SIT का गठन कर दिया है। सीएम योगी ने हाथरस की घटना के लिये दोषी व्यक्तियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने के निर्देश भी दिये हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा किये गये एक ट्वीट के मुताबिक, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हाथरस की घटना की जांच के लिये तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की गयी है, जिसमें अध्यक्ष सचिव गृह, भगवान स्वरूप होंगे जबकि पुलिस उप महानिरीक्षक चंद्रप्रकाश व सेनानायक,पीएसी आगरा, पूनम सदस्य होंगे।
एसआईटी अपनी रिपोर्ट सात दिन में पेश करेगी।’ मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा किये गये अन्य ट्वीट के मुताबिक, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस की घटना में फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और प्रभावी पैरवी करने के स्पष्ट निर्देश दिये हैं।’